उत्तराखंड के लोग आपसी शिष्टाचार और मिलनसार प्रवृत्ति के लिए जाने जाते हैं लेकिन इस बार मामला राष्ट्रीय स्तर पर उछल पड़ा है। कारण बने हैं देश के मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’। दरअसल उत्तराखंड के हरिद्वार संसदीय क्षेत्र से सांसद निशंक उनसे मिलने वाले लोगों से इतने परेशान हो गए कि उन्हें निजी चौकीदार रखना पड़ गया।
देहरादून से दिल्ली की दूरी मात्र चार-पाँच घंटों में तय हो जाती है। ऐसे में रमेश पोखरियाल को अपने समर्थकों से ‘मिलने आने’ की बात उन पर भारी पड़ रही है। देहरादून से नजदीक होने के कारण उनसे रोजाना सौ-डेढ़ सौ लोग मिलने पहुँच जाते हैं। मिलनसार स्वभाव हाेने के कारण वह किसी को मना भी नहीं कर पाते हैं, लेकिन इससे उनके काम में व्यवधान पड़ने लगा है। मिलने आने वालों के कारन होने वाले इसी व्यवधान से बचने के लिए उन्हाेंने शास्त्री भवन में अपने ऑफिस के बाहर प्राइवेट गार्ड तैनात कर दिया।
यह गार्ड अंदर जाने वाले लोगों का पूरा परिचय और जानकारी लेता है, इसके बाद मंत्री से मिलने का पास होने पर ही अंदर जाने देता है। जिस व्यक्ति के पास अन्य अधिकारी के नाम का पास होता है, उसे बाहर ही रोक देता है। इस तरह से यह निजी गार्ड जुगाड़ लगाकर मंत्री से मिलने की कोशिश करने वालों को भी बाहर ही रोक देता है।
भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर मंत्री किसी प्रशंसक को मजाक में ही सुबह बोलते हैं कि आप दिल्ली आ जाइए चाय पीने, तो लोग शाम तक सच में दिल्ली उनके कार्यालय पहुँच जाते हैं। कई प्रशंसक तो मंत्री से मिलने के लिए पास बनवाने के लिए यह संदेशा भिजवाते हैं कि उन्होंने बचपन में मंत्री के साथ पढ़ाई की है और उनके मित्र हैं, इसलिए मिलना चाहते हैं। कई लोग इसी बहाने जुगाड़ लगाकर पास बनवाने की जुगत में भी रहते हैं।
हालाँकि, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के ओएसडी अजय बिष्ट ने बताया कि कई लोग शास्त्री भवन के किसी और ब्लॉक या अधिकारी का पास बनवा लेते हैं और मंत्री से मिलने आ जाते हैं, जिससे काम प्रभावित होता है। सुरक्षा काे ध्यान में रखते हुए निजी गार्ड तैनात किया गया है। शास्त्री भवन की सुरक्षा सीआईएसएफ के पास है। यहाँ विशेष आईडी के साथ ही लोगों काे प्रवेश दिया जाता है।