वडोदरा कॉन्ग्रेस की पूरी लीडरशिप ही भाजपा में शामिल हो गई। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल मौजूद रहे। गुजरात के समाचार पत्र ‘संदेश’ में इस बारे में कवरेज है कि सीआर पाटिल सिर्फ दो नेताओं को शामिल कराने के लिए वडोदरा पहुँचे थे, लेकिन कॉन्ग्रेसी नेताओं ने बाकायदा पूरे शहर में रोडशो किया और शाम तक पूरे शहर की कॉन्ग्रेस लीडरशिप भाजपा में शामिल हो गई।
ये खबर कॉन्ग्रेस के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है, क्योंकि कुछ दिन पहले ही मुकुल वासनिक, जिन्हें गुजरात कॉन्ग्रेस का प्रभारी बनाया गया है, वो वडोदरा पहुँचे थे और सभी नेताओं को भाजपा से मुकाबले की ट्रेनिंग देकर आए थे, लेकिन सभी कॉन्ग्रेसी भाजपा से मुकाबला करने की जगह खुद ही भाजपाई हो गए और कॉन्ग्रेस का झंडा उठाने वालों तक की कमीं पड़ गई।
RSS के कार्यक्रम के लिए प्लॉट दिया, तो कॉन्ग्रेस ने निकाला
कॉन्ग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वडोदरा कॉन्ग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश पटेल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को किसी कार्यक्रम के लिए जगह उपलब्ध कराई थी। इस मामले में कॉन्ग्रेस लीडरशिप ने उनकी बात सुने बगैर उनपर कार्रवाई कर दी। जबकि उनकी तीन पीढ़ियाँ कॉन्ग्रेस में रही थी। उन्होंने तभी फैसला कर लिया था कि वो कॉन्ग्रेस को छोड़ देंगे। सीआर पाटिल की मौजूदगी में करीब 1200 कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली।
हिंदुत्व और सनातन के खिलाफ हुई कॉन्ग्रेस और INDI एलायंस, तो छोड़ी पार्टी
वडोदरा के कॉन्ग्रेस अध्यक्ष रहे प्रशांत पटेल ने 2019 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। उन्होंने कहा कि I.N.D.I. गठबंधन के नेता लगातार हिंदुत्व और सनातन के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन कॉन्ग्रेस ने उनका विरोध करने की जगह उनका साथ दिया, चाहें वो उदयनिधि स्टालिन हों या कोई और। कॉन्ग्रेस ने उनकी निंदा तक नहीं की, ऐसे में सनातन का अपमान होता वो नहीं देख सके। प्रशांत पटेल ने कहा कि उनके लिए सनातन सबकुछ है।
जयेश ठक्कर समेत कई कॉन्ग्रेसी बने भाजपाई
जयेश ठक्कर साल 2012 में कॉन्ग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वो भी भाजपा में शामिल हो गए। उनके अलावा पूर्व पार्षद अनिल परमार समेत अनेक कॉन्ग्रेसी नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि सिर्फ नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ही देश और गुजरात का कल्याण हो सकता है। बता दें कि सीआर पाटिल का वडोदरा दौरा इसलिए था कि प्रशांत पटेल और सुरेश पटेल कॉन्ग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष थे, लेकिन उनके साथ पूरे वडोदरा के नेताओं का भाजपा में शामिल होना उनके और पार्टी के लिए बोनस जैसा साबित हुआ।