समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को मरणोपरांत मोदी सरकार ने भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया है। हालाँकि, मुलयाम सिंह को ‘भारत रत्न’ देने की माँग फिर से उठ रही है।
रामचरितमानस और कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर विवादित बयान देने वाले सपा के विधान पार्षद स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने भी मुलायम को भारत रत्न देने की माँग की है। उधर, शिवपाल यादव और डिंपल यादव ने भी यही माँग की है।
स्वामी ने कहा, “आदरणीय नेताजी मुलायम सिंह को पद्म विभूषण का सम्मान देकर उनके विशाल व्यक्तित्व, कृतित्व और देश के प्रति किए गए उनके योगदान का मजाक उड़ाया गया है। नेता जी को यदि सम्मानित करना ही था तो भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित किया जाना चाहिए था।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत रत्न के बजाय मुलायम को पद्म विभूषण देकर उनके सम्मान का मजाक उड़ाया गया है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार की घटिया सोच को दर्शाता है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुलायम सिंह को पद्म विभूषण देकर उनका अपमान किया गया है। मुलायम सिंह भारत रत्न के योग्य थे। उनके द्वारा किए गए कार्य महान हैं। pic.twitter.com/szjxKcaYhD
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) January 26, 2023
मुलायम को पद्म विभूषण देने की घोषणा के बाद उनके भाई शिवपाल सिंह यादव और बड़ी बहू डिंपल यादव ने उनके लिए भारत रत्न की माँग की है। वहीं, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने कहा कि जो मिल गया, उसे स्वीकार करना चाहिए।
इससे पहले अक्टूबर 2022 में यूपी के संभल से समाजवादी पार्टी के विधायक नवाब इकबाल महमूद ने मुलायम के लिए भारत रत्न की माँग की थी। उन्होंने कहा था कि कहा कि मुलायम सिंह यादव देश के नेता थे। हर दल के नेता उनका सम्मान करते थे और अब भी करते हैं। उन्होंने सबको जोड़ने का काम किया। ऐसी शख्सियत को ‘भारत रत्न’ मिलना चाहिए।
सबसे पहले सपा नेता दीपक मिश्रा ने मुलायम को भारत रत्न देने की माँग साल 2020 में उठाई थी। इसके लिए मिश्रा ने करीब 10,000 लोगों के हस्ताक्षर का एक अभियान भी चलाया था। उन्होंने कहा था कि मुलायम तीन बार मुख्यमंत्री और केंद्र में रक्षा मंत्री रहे हैं। वह भारत रत्न के असली हकदार हैं।