उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 200 करोड़ रुपए के लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड को लॉन्च करने के लिए मुंबई में थे। उन्होंने गौतम बुद्ध नगर जिले में यूपी की आगामी फिल्म सिटी में निवेश पर चर्चा करने के लिए कई फिल्मी हस्तियों से मुलाकात की। इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने अभिनेता अक्षय कुमार से भी बातचीत की है। हालाँकि उनके इस दौरे ने मुंबई के सत्तारूढ़ पार्टी गठबंधन में हलचल मचा दी है।
राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) और शिवसेना के नेताओं ने उनकी यात्रा पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि सीएम योगी मुंबई से फिल्म उद्योग को हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
Maharashtra: Actor Akshay Kumar called on Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath at Mumbai’s Trident hotel where the latter is staying.
— ANI (@ANI) December 1, 2020
UP Chief Minister will launch Rs 200 crores Lucknow Municipal bond at Bombay Stock Exchange tomorrow. pic.twitter.com/BZVfiMd0Bk
यूपी में सबसे बड़ी फिल्म सिटी का निर्माण
दरअसल सितंबर में योगी आदित्यनाथ की यूपी सरकार ने गौतम बुद्ध नगर में फिल्म सिटी के लिए 1000 एकड़ जमीन आवंटित किया था। 22 सितंबर को मुख्यमंत्री ने लखनऊ में कई फिल्मी हस्तियों से मुलाकात की, जिनमें फिल्मकार सुभाष घई, ओम राउत (तानाजी के निर्देशक), तमिल अभिनेता रजनीकांत और उनकी बेटी सौंदर्या, गायक कैलाश खेर और उदित नारायण शामिल थे।
वहीं एनसीपी कार्यकर्ताओं ने 2 दिसंबर को आगामी फिल्म सिटी के खिलाफ यूपी में विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने 2 दिवसीय यात्रा के लिए मुंबई पहुँचे योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे भी लगाए।
एनसीपी ने आरोप लगाया कि सीएम योगी महाराष्ट्र के फिल्म उद्योग को ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। और वे किसी भी कीमत पर यह नहीं होने देंगे। एनसीपी नेताओं ने मीडिया से कहा कि योगी का मुंबई में स्वागत है लेकिन मुंबई से फ़िल्म सिटी को किसी भी कीमत पर शिफ्ट नहीं होने देंगे। एनसीपी के माजिद ने यहाँ तक दावा किया कि बॉलीवुड निवेशक मुंबई छोड़ना पसंद नहीं करेंगे।
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— News18 India (@News18India) December 3, 2020
UP CM योगी आदित्यनाथ के मुम्बई दौरे का NCP ने किया विरोध.#UP #CM #Yogi #Protest #NCP #Mumbai #FilmCity @KishoreAjwani pic.twitter.com/sFutm6d6zB
इतना ही नहीं, हद तो तब हो गई जब एनसीपी ने यह मानते हुए कि यूपी के सीएम योगी बॉलीवुड के फिल्म उद्योग को अपने राज्य में ले जाएँगे तो उन्होंने इसका विरोध भी करना शुरू कर दिया। यह समझ में नहीं आता है कि वे उस निष्कर्ष पर कैसे पहुँचे, क्योंकि भारत में कई फिल्मी शहर हैं और यह बताने के लिए कोई कानून नहीं है कि सिनेमा उद्योग के निवेशक दूसरे राज्य में निवेश नहीं कर सकते।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 2 दिसंबर को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया और कहा कि कोई भी महाराष्ट्र से कोई उद्योग नहीं ले जा सकता है। उद्धव ठाकरे ने कहा, “महाराष्ट्र कॉम्पिटिशन से नहीं डरता है लेकिन कोई जबरन यहाँ से बिजनस लेकर नहीं जा सकता है। इसकी इजाजत नहीं होगी। हम किसी की प्रगति से ईर्ष्या नहीं कर रहे लेकिन यह फेयर कॉम्पिटिशन के जरिए होना चाहिए।”
उद्धव ने कहा कि जो कोई भी उद्योग को ले जाने की कोशिश करेगा, वह सफल नहीं होगा क्योंकि महाराष्ट्र की मैग्नेटिक मजबूती काफी शक्तिशाली है जो चीजों को यहाँ से जाने से रोकेगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि सीएम योगी राज्य में फिल्म सिटी की स्थापना की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए सुभाष घई, बोनी कपूर, ज़ी स्टूडियो के जतिन सेठी, टी-सीरीज़ के भूषण कुमार, रणदीप हुड्डा, जिमी शेरगिल, कोमल नाहटा और राज कुमार संतोषी सहित अन्य लोगों से मिलेंगे। वह चर्चा करेंगे कि फिल्म निर्माताओं के लिए फ़िल्म सिटी और अधिक आकर्षक बनाने के लिए कौन-कौन सी सुविधाएँ शामिल की जानी चाहिए।
मैं नई फिल्म सिटी बना रहा हूँ: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र की अपनी यात्रा पर शिवसेना के संजय राउत की टिप्पणियों का करारा जवाब देते हुए कहा था कि वह महाराष्ट्र राज्य से कुछ भी नहीं ले जा रहे और वह उत्तर प्रदेश में एक नई फिल्म सिटी का निर्माण कर रहे हैं। बता दें कि राउत ने चेतावनी दी थी कि मुंबई फिल्म सिटी को दूसरी जगह पर शिफ्ट करना आसान नहीं है।