उत्तर प्रदेश चुनाव की वोटिंग के बाद अब मतगणना की बारी है। गुरुवार (10 मार्च 2022) को चुनाव परिणाम आने वाला है, लेकिन काउंटिंग के एक दिन पहले मतगणना में गड़बड़ी की आशंका को लेकर माहौल गर्म हो गया है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के आह्वान के बाद एक तरफ जहाँ सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर हो गया है तो दूसरी तरफ किसानों के नेता और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने भी किसानों से अपने वोट की निगरानी करने का आह्वान किया है।
टिकैत ने कहा कि समाज का ताना-बाना बना रहे। दस मार्च को मतगणना में कोई धाँधली न हो। सरकार से बेईमानी की बू आती है। हम चाहते हैं कि कोई गड़बड़ न हो। जिला प्रशासन अपनी छवि साफ रखे। उन्होंने कहा कि वह किसी पार्टी की बात नहीं कह रहे, लेकिन अगर बेईमानी की बात होगी और फिर कुछ हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि मतगणना पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नरेश टिकैत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में पार्टी ने जमकर सत्ता का दुरुपयोग किया था, जिसे पूरी दुनिया ने देखा था। ऐसे में बीजेपी पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन भी धाँधलेबाजी हो सकती है। पंचायत चुनाव में जनता खामोश थी, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में ऐसा हुआ तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विजयी जुलूस पर प्रतिबंध ही रहना चाहिए, जिससे तनाव न बने। यह बात पूरे प्रदेश के लिए है और पश्चिम से बात बहुत दूर तक जाती है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि प्रशासन के साथ तालमेल में खटास नहीं पैदा होनी चाहिए। उनके पास जनसमूह की ताकत है। त्योहार भी आ रहे हैं और सभी सुख शांति से त्योहार मनाएँ। वह अराजनीतिक हैं और सर्वसमाज की बात करते हैं। जो दायरा रहेगा, उसमें लोग रहेंगे। सड़कों पर लोग रहेंगे। जीते कोई भी, मतगणना निष्पक्ष होनी चाहिए। वहीं धारा 144 को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन धारा 288 भी लागू कर दे तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। किसान ट्रैक्टर पर अपनी वोट की निगरानी के लिए आएँगे।
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा था कि यूपी चुनाव में भाजपा (BJP) को नुकसान झेलना पड़ेगा। जनता भाजपा सरकार से नाराज है। इस मौके पर टिकैत ने अप्रत्यक्ष रूप से मतगणना में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया। उन्होंने विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मतगणना को लेकर सजग रहने के लिए कहा था।
उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ता मतगणना केंद्रों पर अपनी पहरेदारी बना कर रखे। अगर उनकी पहरेदारी में कमी रही तो यूपी जिला पंचायत जैसे नतीजे भी सामने आ सकते है। वहीं आंदोलन को लेकर पूछे सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि 2022 में पूरे देश में संगठन को मजबूत करने का कार्य किया जाएगा, जहाँ तक आंदोलन की बात है अगर समझौते के तहत हुई माँगो को पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन कहाँ और कब होगा जनता इसका फैसला करेगी।