अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गों और सम्बन्धियों से जमीन खरीदने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए विशेष पीएमएलए कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। जिसका ईडी ने विरोध किया है। नवाब मलिक के वकील ने कोर्ट को बताया कि मुंबई के जेजे अस्पताल में उनके मुवक्किल को भर्ती कराया गया है, उनकी हालत गंभीर है।
#NCP leader #NawabMalik's advocate informs the Special court that the Minister was shifted to JJ hospital after he allegedly collapsed in prison on Monday afternoon & his condition is serious
— Live Law (@LiveLawIndia) May 2, 2022
Special Judge remarks that prison officials didn't intimate the court@nawabmalikncp pic.twitter.com/iqZCtgzLyc
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दाऊद की बहन हसीना पारकर से जमीन खरीदने के आरोप में नवाब मलिक को 23 फरवरी, 2022 को गिरफ्तार किया गया था। वहीं आज नवाब मलिक को एक मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देते हुए मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती करवाया गया और उनकी ओर से दावा किया गया है कि उनकी हालत गंभीर है।
मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने जेजे अस्पताल से नवाब मलिक के स्वास्थ्य पर रिपोर्ट माँगी है और 5 मई को सुनवाई की अगली तारीख तय कर दी है। वहीं नवाब मलिक के वकील के अनुरोध के बाद अदालत ने मलिक की बेटी नीलोफर और दामाद समीर खान को अस्पताल में उनसे मिलने की अनुमति दे दी है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार (29 अप्रैल, 2022) को सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया तो वहीं पीएमएलए कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 6 मई तक बढ़ा दिया था। मलिक ने बॉम्बे हाईकोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके तहत हाईकोर्ट ने उनके तत्काल रिहाई के अंतरिम याचिका को खारिज कर दिया था।
गौरतलब है कि ED ने भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक के खिलाफ बृहस्पतिवार (28 अप्रैल, 2022 ) को 5,000 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था। यह मामला नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और उससे जुड़ी संपत्तियों की खरीद में पैसों की हेराफेरी से जुड़ा है।