महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से तेज़ हो गई है। जहाँ शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के माध्यम से कॉन्ग्रेस पार्टी और उसके आलाकमान पर निशाना साधा, वहीं दूसरी तरफ अब एक कॉन्ग्रेस नेता ने ही दावा किया है कि भारत के सबसे पुराने राजनीतिक दल के खिलाफ शिवसेना और NCP साजिश कर रहे हैं। मुंबई कॉन्ग्रेस के महासचिव विश्वबंधु राय ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखे पत्र में ये आरोप लगाया है।
उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र की सत्ताधारी ‘महा विकास अघाड़ी’ सरकार में कॉन्ग्रेस को लगातार दरकिनार किया जा रहा है। मुंबई कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहे संजय निरुपम के करीबी माने जाने वाले नेता ने लिखा कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को अब जब 1 वर्ष पूरे हो गए हैं, ऐसा लगता है कि जहाँ शिवसेना और NCP सरकार को चला रही है और कॉन्ग्रेस बस उनकी साथी है। उन्होंने लिखा कि कॉन्ग्रेस के कोटे के मंत्रियों को संगठन को जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं दिया जा रहा है।
विश्वबंधु ने लिखा, “पार्टी के आम कार्यकर्ताओं को तो पता तक नहीं है कि हमारे मंत्रियों के पास कौन से विभाग हैं। हमारे बाकी दोनों गठबंधन साथी एक साजिश के तहत रणनीति बना कर कार्य कर रहे हैं और अपने-अपने दलों को मजबूत कर रहे हैं। हम ऐसा करने में विफल रहे हैं।” उन्होंने लिखा कि कॉन्ग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनावों में कई वादे किए थे, उस हिसाब से अब काम ही नहीं हो रहा है। उन्होंने पार्टी से निकल रहे नेताओं को रोकने के लिए भी एक मजबूत स्ट्रेटेजी की जरूरत पर बल दिया।
कॉन्ग्रेस नेता ने सोनिया गाँधी को लिखा कि वो शिवसेना और NCP को गठबंधन धर्म का पालन करने को कहें। उन्होंने कहा कि शरद पवार की पार्टी तो दीमक की तरह कॉन्ग्रेस को कमजोर करने पर तुली हुई है। इस पत्र से जहाँ राज्य की राजनीति का तापमान बढ़ने की उम्मीद है, वहीं ये भी देखने वाली बात है कि बाकी दोनों दल क्या प्रतिक्रिया देते हैं। साथ ही कॉन्ग्रेस आलाकमान के रुख पर भी सबकी नजर होगी।
उन्होंने लिखा, “महाराष्ट्र सरकार के 1 वर्ष पूरा करने के बावजूद जमीनी स्तर पर प्रदेश में कई विभाग, मंडल और आयोग के पद खाली हैं। एक भी नियुक्ति नहीं की गई है। एक साल में हमारे सारे वादे धरे के धरे रह गए हैं। शिवसेना-NCP को गठबंधन धर्म पर हिदायत देना जरूरी है। हमारे वोट बैंक को हमारे सहयोगी और विरोधी, दोनों ही ओर के राजनीतिक दल खींच रहे हैं। हमारी पार्टी सरकार में मात्र एक सहयोगी दल बन कर रह गई है।”
हाल ही में संजय राउत की पत्नी से पूछताछ के संबंध में ईडी ने तीसरा समन जारी किया था। इससे पूर्व भी वो दो दफा स्वास्थ्य आधार पर जाँच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुईं थीं। इस मामले को लेकर उनके पति व शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया था, बीजेपी महाराष्ट्र सरकार को गिराने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है। अब पेशी के लिए वर्षा राउत ने केंद्रीय जाँच एजेंसी से 5 जनवरी तक का समय माँगा है।