कॉन्ग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर राहुल गाँधी बने रहेंगे या नहीं, यह एक ऐसा मुद्दा बनता जा रहा है जिसका शायद ही कोई अंत हो। अब असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने बुधवार (जून 26, 2019) को बयान दिया है कि यदि राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बने नहीं रहना चाहते हैं, तो उनका विकल्प बिना कोई देर किए ढूँढना चाहिए। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गाँधी ने बुधवार को अपने 51 सांसदों की माँग भी ठुकरा दी थी। राहुल ने कहा था कि वह अब पार्टी अध्यक्ष नहीं रहेंगे।
‘कई बार गैर-गाँधी नेताओं ने भी पार्टी का नेतृत्व किया’
तरुण गोगोई ने कहा, “इस समस्या का हल हम सभी को जल्द कर लेना चाहिए। हम चाहते हैं कि राहुल अध्यक्ष पद पर बने रहें। गाँधी परिवार आजादी के बाद से कॉन्ग्रेस का नेतृत्व कर रहा है। हालाँकि, कई बार गैर-गाँधी नेताओं ने भी पार्टी का नेतृत्व किया है, लेकिन ऐसी स्थिति में हमें गाँधी परिवार के समर्थन की आवश्यकता होगी।”
यूथ कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी बुधवार को राहुल गाँधी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। उनकी माँग थी कि राहुल कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद न छोड़ें। उन्होंने राहुल से अपना इस्तीफा वापस लेने की माँग की। हालाँकि, दूसरी ओर राहुल अपने फैसले पर अडिग नजर आ रहे हैं। पार्टी के 51 सांसदों ने भी उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया था।
इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने भी कहा था कि गैर-गाँधी भी कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष बन सकता है, लेकिन गाँधी परिवार को पार्टी में सक्रिय रहना होगा। अगर राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष बने रहते हैं तो अच्छा रहेगा, लेकिन उनकी इच्छाओं का भी सम्मान किया जाना चाहिए। वे संकट के वक्त पार्टी को संभालने में मदद कर सकते हैं।