Thursday, November 7, 2024
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‘हार के बाद अपने दादा देवगौड़ा पर चिल्लाए निखिल’, छापने पर संपादक के ख़िलाफ़ FIR

इससे पहले भी निखिल एक होटल में हंगामा कर चुके हैं, जब रात के साढ़े तीन बजे होटल ने उन्हें सर्विस देने से इनकार कर दिया था। उस समय भी उनके पिता कुमारस्वामी ही राज्य के मुख्यमंत्री थे।

कर्नाटक में एक कन्नड़ समाचारपत्र के संपादक के ख़िलाफ़ सिर्फ़ इसीलिए मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि अख़बार में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल के बारे में लेख छपा था। ‘विश्ववाणी’ के मुख्य संपादक विश्वेश्वर भट्ट के ख़िलाफ़ अख़बार के पहले पेज पर मुख्यमंत्री के बेटे के लिए ‘आपत्तिजनक शब्दों’ के प्रयोग का मामला दर्ज किया गया। ये लेख शनिवार (मई 25, 2019) को प्रकाशित हुआ था। राज्य में सत्ताधारी पार्टी जेडीएस के लीगल सेल के पदाधिकारी प्रदीप कुमार द्वारा श्रीरामपुरा पुलिस स्टेशन में रविवार को शिकायत दर्ज कराई गई।

पुलिस ने बताया कि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी के बारे में अख़बार के पहले पेज पर लेख छाप कर उसमें ‘आपत्तिनजक शब्दों’ का प्रयोग करने के लिए विश्ववाणी के मुख्य संपादक के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। उस लेख के टाइटल के हिंदी अनुवाद कुछ इस प्रकार है- “निखिल कुमारस्वामी द्वारा रात में उपद्रव”। इसमें कहा गया है कि निखिल ने गुरुवार (मई 23, 2019) की रात को मैसूर स्थित रैडिसन ब्लू होटल में हंगामा किया।

बता दें कि निखिल कुमारस्वामी ने मांड्या से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं अभिनेत्री सुमलता ने सवा लाख से भी अधिक मतों से मात दी। सुमलता को हराने के लिए तीन अन्य सुमलता नाम की उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रही थीं ताकि मतदाताओं में संशय और कंफ्यूजन पैदा हो, लेकिन सुमलता अम्बरीश ने निखिल को मात देकर यह चुनाव जीत लिया। राज्य में कॉन्ग्रेस की बुरी हालत हुई और जेडीएस के अध्यक्ष देवेगौड़ा अपनी ख़ुद की ही सीट हार गए। विश्ववाणी के लेख में कहा गया है कि निखिल अपने दादा पर चिल्लाए।

विश्ववाणी अख़बार के अनुसार, निखिल ने हंगामा करते हुए कहा कि उन्हें मांड्या में एक महिला के हाथों हार मिली है, जो उनके लिए अपमानजनक बात है। निखिल ने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें मांड्या की भूलभुलैया में उलझा दिया और वहाँ आठ अपने विधायक होने की बावजूद उनका सांसद बनने का सपना चूर-चूर हो गया। उन्होंने कहा कि एचडी रेवन्ना को जैसे कॉन्ग्रेस का समर्थन मिला, वैसे ही उनके लिए कॉन्ग्रेस के बागियों का समर्थन नहीं जुटाया गया।

लेख में लिखा है कि परिचित व होटल के अधिकारी निखिल को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन वे हंगामा करते रहे। इस दौरान वह नशे में थे और उनकी हालत सही नहीं थी। रैडिसन ब्लू होटल ने भी बताया है कि निखिल कुमारस्वामी गुरुवार की रात वहाँ रुके थे। हालाँकि, होटल ने अख़बार में छपी घटना के सत्य होने की बात से इनकार किया है। होटल के मैनेजर ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। ‘द न्यूज़ मिनट‘ के अनुसार, होटल मैनेजर का बयान सत्य हो या दबाव में दिया गया हो, जेडीएस द्वारा अख़बार के संपादक के ख़िलाफ़ सूत्रों पर आधारित लेख को लेकर मामला दर्ज कराना चौंकाने वाला है।

जेडीएस ने कहा कि इस लेख में न सिर्फ़ पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा और उनके पोते निखिल की मानहानि की गई है, बल्कि ये पूरा लेख ही काल्पनिक है। वैसे, कई अन्य अख़बारों ने भी इस रिपोर्ट को छापा है लेकिन जेडीएस ने विश्ववाणी के ख़िलाफ़ ही मामला दर्ज कराया। इससे पहले निखिल 2006 में एक होटल में हंगामा कर चुके हैं, जब रात के साढ़े तीन बजे होटल ने उन्हें सर्विस देने से इनकार कर दिया था। उस समय भी उनके पिता कुमारस्वामी ही राज्य के मुख्यमंत्री थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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