काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं है। यह बात आईआरसीटीसी ने कही है। मीडिया रिपोर्टों में एक सीट महाकाल के लिए रिजर्व होने पर और उस पर मंदिर स्थापित होने की बात कही गई थी। यह खबर सामने आने के बाद विवाद भी शुरू हो गया था। AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रेन में मंदिर बनाए जाने का विरोध किया था।
आईआरसीटीसी ने कहा है कि ट्रेन में कोई भी सीट श्री महाकाल के लिए आरक्षित नहीं होने जा रही है। IRCTC ने कहा है कि काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन के स्टाफ ने पूजा और भगवान के आशीर्वाद के लिए ट्रेन की एक सीट पर श्री महाकाल की तस्वीरें रख दी थीं। यह सिर्फ ट्रेन के उद्घाटन के समय के लिए ही था।
IRCTC: There is going to be no such reserved or dedicated berth for this purpose in the commercial run of the train which is starting from 20th February 2020. https://t.co/r3QZswuEC7
— ANI UP (@ANINewsUP) February 17, 2020
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (फरवरी 16, 2020) को वाराणसी से ‘काशी महाकाल एक्सप्रेस’ को हरी झंडी दिखाई। यह एक्सप्रेस वाराणसी से इंदौर तक जाएगी। ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराएगी। खबरें आईं थी कि इसमें एक सीट भगवान शिव के लिए भी रिजर्व की गई है। इस सीट पर भोलेनाथ का एक छोटा मंदिर स्थापित किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्सप्रेस ट्रेन के बी5 कोच की सीट नंबर 64 पर इस मंदिर को स्थापित किया गया है। इस ट्रेन की शुरुआत 20 फरवरी से होनी है।
इसको लेकर विवाद भी शुरू हो गया था। ओवैसी ने मंदिर बनाए जाने का विरोध किया। उन्होंने PMO को टैग करते हुए संविधान की प्रस्तावना को ट्वीट किया। हालाँकि इसके बाद ओवैसी पर भी सवाल उठने लगे और कुछ यूजर्स ने तो रेलवे स्टेशन पर बने मस्जिदों की तस्वीर अपलोड कर उन्हें बताया कि अब एकतरफा सेकुलरिज्म काम नहीं करेगा।
बता दें कि ट्रेन के सभी एसी-थ्री कोच सुविधाजनक होने के साथ-साथ खूबसूरत भी बनाए गए हैं। सुरक्षा का ध्यान रखते हुए हर कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इसके अलावा कोच अटेंडेंट की सीट के ऊपर एलसीडी डिस्प्ले भी लगाए गए हैं, जिससे वो सभी गतिविधियों की निगरानी कर सकेगा। वहीं, यात्रियों को अगले स्टेशन के बारे पता लगाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, अगला स्टेशन बताने के लिए गेट के ऊपर डिस्प्ले लगे हैं।
बताया जा रहा है कि उज्जैन-ओंकारेश्वर जाने वालों को 2 रात तीन दिन के ₹9420 के पैकेज में महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर, कालभैरव मंदिर, राममंदिर घाट, हरसिद्धि मंदिर और ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के दर्शन करवाए जाएँगे। वहीं, ₹12,450 के 3 रात व 4 दिनों के पैकेज में उज्जैन-ओंकारेश्वर-महेश्वर-इंदौर का भ्रमण करवाया जाएगा। इसमें इंदौर, महेश्वर में होल्कर किला, नर्मदा घाट व शिव मंदिर को भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा ₹14,950 में भोपाल, सांची, भीमवेट, उज्जैन का भ्रमण करवाया जाएगा। यह पैकेज तीन रातों व चार दिनों का होगा।