दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में युवाओं की वैक्सीन खत्म हो गई है और उनके वैक्सीन सेंटर पिछले 4 दिनों से बंद हैं। उन्होंने बताया कि बुजुर्गों की कोवैक्सीन भी खत्म हो गई है। बकौल दिल्ली सीएम, उन्होंने केंद्र सरकार को लिखा है लेकिन अभी तक वैक्सीन आई नहीं है। केजरीवाल ने यहाँ तक दावा किया कि कोरोना महामारी के इस दौर में देश भर में कई टीका केंद्र बंद हो गए हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो ने कहा कि देश में वैक्सीन की जबर्दस्त किल्लत है और अगर देश के लोगों को सही समय पर वैक्सीन लगा दी जाती तो शायद कोरोना दूसरी लहर के प्रकोप को काफी कम किया जा सकता था। उन्होंने कहा, “मेरी जानकारी के मुताबिक, शायद अभी तक कोई भी राज्य वैक्सीन के एक भी अतिरिक्त टीके का इंतज़ाम नहीं कर पाया है। ये वक्त 130 करोड़ लोगों को मिलकर इस महामारी से मुकाबला करने का है।”
केजरीवाल ने आगे ज्ञान देते हुए कहा कि कोरोना को हराने के लिए हमें टीम इंडिया बनकर काम करना पड़ेगा। लोगों ने उनके इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की। किसी ने उसने कोरोना वैक्सीन ऑर्डर के डिटेल्स माँगे, तो किसी ने बताया कि बिहार जैसे गरीब राज्य का भी कोरोना टीकाकरण में शानदार प्रदर्शन रहा है। एक यूजर ने पूछा कि बाकी CM इतने परेशान क्यों नहीं हैं? एक अन्य यूजर ने उनसे पूछा कि केंद्र सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप के अलावा उन्होंने किया ही क्या है?
मेरी जानकारी के मुताबिक शायद अभी तक कोई भी राज्य वैक्सीन के एक भी अतिरिक्त टीके का इंतज़ाम नहीं कर पाया है। ये वक्त 130 करोड़ लोगों को मिलकर इस महामारी से मुकाबला करने का है। कोरोना को हराने के लिए हमें टीम इंडिया बनकर काम करना पड़ेगा: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 26, 2021
वहीं नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने अरविंद केजरीवाल के आरोपों का जवाब दिया है। गौतम गंभीर ने कहा कि टीकाकरण को लेकर केजरीवाल सरकार ने जिस तरह अफरा-तफरी और लोगों के अंदर डर का माहौल बनाया हुआ है, वो उनकी घटिया और निचले स्तर की राजनीति को बताता है।
उन्होंने केजरीवाल को आँकड़ों का आइना दिखाते हुए कहा कि दिल्ली की कुल आबादी 2 करोड़ है जो पूरे देश की जनसंख्या का लगभग 1.6% के बराबर है। अभी देश में कुल 20 करोड़ वैक्सीन लगी हैं, यानी कुल आबादी और कुल वैक्सीन के हिसाब से दिल्ली को लगभग 35 लाख वैक्सीन मिलना चाहिए जबकि इससे 16 लाख अधिक वैक्सीन मिले हैं, फिर भी केजरीवाल केंद्र पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने AAP सरकार से 5 सवाल पूछे:
- केंद्र सरकार जब केजरीवाल सरकार को वैक्सीन दे रही थी, तब कंपनी से सीधा खरीदने की माँग कर रहे थे, लेकिन जब इजाजत मिली तब पलटकर केंद्र सरकार से वैक्सीन की माँग क्यों करने लगे?
- केजरीवाल सरकार इसकी जानकारी दे कि दिल्ली में 50 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, वैक्सीन खरीद में AAP का क्या योगदान है?
- केजरीवाल सरकार ने वैक्सीन खरीदने के लिए ऑर्डर कब दिया? केंद्र की इजाजत के बाद भी अभी तक वैक्सीन क्यों नहीं ली?
- दिल्ली की भोली-भाली जनता को वैक्सीन के नाम पर धोखा क्यों? AAP नेताओं ने अपने चहेतों के लिए टाइम स्लॉट बुक कर रखा है।
- केंद्र द्वारा रोडमैप दिए जाने के बावजूद केजरीवाल अफरा-तफरी क्यों पैदा कर रहे हैं?
केंद्र सरकार पूरे देश के नागरिकों को दिसंबर तक वैक्सीन लगने का रोड मैप सभी को बता चुकी है फिर केजरीवाल अपनी आदत के अनुसार अफरा-तफरी का माहौल क्यों पैदा कर रहे हैं-श्री @GautamGambhir #KejriwalVaccineFail pic.twitter.com/yyE0GIFqEg
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) May 26, 2021
बता दें कि दिल्ली में टीकाकरण की गति भी काफी धीमी है। जिन्हें दूसरा डोज लगवाना है, उनके लिए समस्या उत्पन्न हो गई है। 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए सरकारी साइट्स पर फ्री वैक्सीनेशन लगभग बंद हो गया है। केवल प्राइवेट अस्पतालों में पेड वैक्सीनेशन जारी है। जिनके दूसरे डोज का समय बीत जाएगा, उनका क्या होगा? कोवैक्सीन की उपलब्धता तो और भी कम है। मात्र 6 जगहों पर 18-44 उम्र के लोगों को वैक्सीन दिए जा रहे हैं।