दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) कार्यालय में कॉन्ग्रेस की छात्र ईकाई NSUI से जुड़े छात्रों ने तोड़-फोड़ की। रविवार (14 जुलाई 2024) की सुबह लगभग 3 दर्जन उपद्रवियों द्वारा 3 बजे से 4 बजे के बीच अंजाम दिए गए इस वारदात के दौरान भागवान राम की मूर्ति को भी तोड़ दी गई।
भाजपा की छात्र की ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आरोप लगाया है डूसू कार्यालय में तोड़फोड़ में NSUI से डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया, यश नांदल, रौनक खत्री, सिद्धार्थ शेयोरन सहित लगभग 40 उपद्रवी छात्र शामिल थे। इन सभी ने डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा, डूसू सचिव अपराजिता तथा डूसू सह-सचिव सचिन बैसला के कार्यालय में तोड़फोड़ की है।
डूसू अध्यक्ष के कार्यालय में हमले के दौरान भगवान श्रीराम की रखी प्रतिमा को भी नहीं बख्शा गया। विजिटर कक्ष में छात्रों के ठंडे पानी के लिए रखा गया वाटर डिस्पेंसर और प्रिंटर को भी तोड़ दिया गया।घटना के प्रत्यक्षदर्शी गार्ड ने बताया कि तोड़फोड़ के पहले NSUI के छात्रों ने डूसू कार्यालय परिसर में पीछे की तरफ बने डूसू उपाध्यक्ष के कमरे में बैठकर शराब पी।
भगवान राम की मूर्ति कांग्रेसियों ने तोड़ी।
— Panchjanya (@epanchjanya) July 14, 2024
कांग्रेस छात्र संगठन NSUI की घिनौनी करतूत !
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के ऑफिस में तोड़ी भगवान राम की मूर्ति।
भगवान राम की मूर्ति के साथ ही स्वामी विवेकानंद की तस्वीर को पहुंचाया नुकसान। pic.twitter.com/IZKeOLBZfJ
ABVP ने विश्वविद्यालय प्रशासन और दिल्ली पुलिस से इस पूरे घटनाक्रम में शामिल लोगोें पर आपराधिक कार्रवाई करने की माँग की है। इस संबंध में ABVP के छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति तथा दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेंगे। एबीवीपी ने डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया और अन्य उपद्रवी छात्रों को तुरंत गिरफ्तार करने की माँग की है।
इसके साथ ही ABVP ने विश्वविद्यालय प्रशासन से यह भी माँग की है कि यूनिवर्सिटी अभि दहिया को डूसू उपाध्यक्ष पद से भी हटाए। उधर, NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने इन आरोपों को गलत बताया है। उधर, डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया ने ABVP सदस्यों पर ही दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उनके कार्यालय पर हमला करने का आरोप लगा दिया।
अभि दहिया ने कहा, “ABVP मुझे और हमारे संगठन NSUI को बदनाम करने की साजिश कर रही है। मैं इसके कानूनी कार्रवाई करूँगा और अदालत के माध्यम से सच्चाई सामने लाऊँगा।” वहीं, ABVP ने आरोप लगाया है कि डूसू के इतिहास में इस तरह की घिनौनी हरकतें पहले भी NSUI के गुंडों द्वारा की जाती रही हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि NUSI के संरक्षण में दिल्ली विश्वविद्यालय में बाहरी असामाजिक तत्वों द्वारा गुंडागर्दी और नशे का खुला खेल खेला जाता है। छात्र संघ ने यह भी कहा कि अपराधियों को संरक्षण और NUSI द्वारा की जाने वाली हिंसा का एबीवीपी ने पहले भी विरोध किया था और आगे भी करेगी।