जो प्रत्याशी या संगठन धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल नहीं करता, या उसके इस्तेमाल में झिझकता है; उसे कमजोर मान लिया जाता है। पूरी चुनावी व्यवस्था इतनी दूषित हो चुकी है कि सही और सकारात्मक साधनों से लड़कर चुनाव जीतना लगभग असंभव है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग से पहले ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कई सदस्यों को हिरासत में ले लिया था।