जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोधी ओछी हरकतों पर उतर आए हैं। एक ओर चुनाव को ध्यान में रखते हुए जाति आधारित प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है वहीं कई नेता जुबानी तौर पर सीएम आदित्यनाथ और भाजपा पर हमला कर रहे हैं। इसी क्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने आपत्तिजनक बयान देते हुए महिलाओं से वोट माँगने के लिए आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने के लिए कहा है।
वाराणसी में पार्टी मीटिंग में भाग लेते हुए राजभर ने कहा कि भाजपा वाले वोट माँगने दो पैर पर आएँ तो उन्हें चारपाई पर वापस भेजो। बाद में सफाई देते हुए राजभर ने पत्रकारों से कहा, “हाँ, मैंने पार्टी मीटिंग में उपस्थित महिलाओं से कहा है कि यदि भाजपा वाले महिलाओं को 33% आरक्षण और महँगाई कम करने का अपना वादा पूरा नहीं करते हैं और वह वोट माँगने के लिए आते हैं तो उन्हें चारपाई पर भेज देना। यदि भाजपा वाले अपना वादा पूरा करने के लिए मना करते हैं तो उन्हें कह देना कि दोबारा मत आना, आओगे तो जिंदा नहीं जाओगे। आओगे दो पैर पर लेकिन जाओगे चारपाई पर।”
राजभर ने यह भी कहा कि वो (भाजपा) गाँजा और दारू पीते हैं और अपने भाषणों में बड़े-बड़े वादे करते हैं जिससे महिलाएँ उन्हें वोट करती हैं और फिर उनके वादे अधूरे रह जाते हैं। राजभर ने कहा कि हर खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा हो या 2 करोड़ नौकरियों का, सब अधूरे हैं और अब महँगाई भी लगातार बढ़ती जा रही है।
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार से विदाई के बाद से ही ओमप्रकाश राजभर राज्य में भाजपा और सीएम आदित्यनाथ के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के चलते राजभर ने भागीदारी संकल्प मोर्चा नाम का एक गठबंधन किया है जिसमें कई छोटी पार्टियाँ हैं और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM भी शामिल है। राजभर के इस गठबंधन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सीएम आदित्यनाथ को ‘नुकसान’ पहुँचाना है।
403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव फरवरी-मार्च 2022 में होने के आसार हैं। 2017 में चुनी गई विधानसभा का कार्यकाल 14 मार्च 2022 में समाप्त होने जा रहा है।