महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व NCP नेता अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार ने 5 अगस्त को हुए अयोध्या राम मंदिर भूमिपूजन का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए इसे सांस्कृतिक जीत बताया है। इस ट्वीट में उन्होंने राम मंदिर भूमि पूजन को भारत की सभ्यता का जागरण बताया।
पार्थ ने राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया और जय श्रीराम लिखते हुए अपने ट्वीट को समाप्त किया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा –
“आखिरकार श्रीराम,जो भारत की आस्था व संस्कृत के प्रतीक हैं। अब शांति से अपने घर में रहेंगे। लड़ाई बहुत कड़वी और लंबी थी। और अंत में, हम एक पीढ़ी के रूप में ऐसे ऐतिहासिक दिन तक पहुँचे हैं, जब हम हिंदू विश्वास की पुनर्स्थापना के गवाह होंगे।”
इसके बाद पार्थ ने गाँधीजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि सभी को उन लोगों का भी सम्मान करना चाहिए, जिन्होंने इस विवाद में अपनी जमीन खोई।
Today is a historic day. Bhoomipoojan at Ayodhya today will be etched as civilisational awakening for Bharat. However, we need to steadfastly safeguard the secular fabric of our nation. We need to be gracious in this cultural victory. #JaiShreeRam
— Parth Pawar (@parthajitpawar) August 5, 2020
My thoughts: pic.twitter.com/pxhVyJS8rA
उन्होंने लिखा, “भले ही कमजोर या तर्कहीन बहस थी, लेकिन कुछ लोगों की भावनाएँ बाबरी मस्जिद से जुड़ी थी। चलिए उनका सम्मान करें जिन्होंने खोया है। उनके तर्कों और दावों को वैसे भी हरा दिया गया है। इसलिए थोड़ा आगे बढ़कर उन्हें भी शामिल करते हैं, जिन्हें हमारी जीत में अपनी हार लग रही हैं।”
इस ट्वीट के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई। पार्थ की बुआ और अजीत पवार की बहन, जो कि एनसीपी सांसद भी हैं, सुप्रीया सुले ने अपने ही भतीजे की टिप्पणी पर पार्टी की ओर सफाई दी। उन्होंने कहा कि पार्थ ने जो कुछ भी कहा वह सब उनकी निजी राय है और लोकतंत्र में सभी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है।
गौरतलब की एनसीपी से जुड़े होने के बावजूद पार्थ की राय की महत्ता इसलिए भी है क्योंकि राम मंदिर मुद्दे पर महाराष्ट्र की महा अघाड़ी सरकार चुप रही। इसके अलावा, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मुद्दे पर भी हम पार्थ को उनके पिता की लीक से हटकर चलते हुए देख सकते हैं।
एक ओर जहाँ पर महाराष्ट्र सरकार सुशांत मामले में सीबीआई को जाँच देने से मना कर रही थी। वहीं, पार्थ ने पिछले महीने इस मामले में सीबीआई जाँच की गुहार लगाई थी और इन्हीं सब को देखते हुए उनके रवैए पर सवाल भी उठने लगे थे।
I don’t understand why @AjitPawarSpeaks ‘ son Parth is helping BJP. First he demanded CBI probe in #SushantSingRajputDeathCase and wrote a letter congratulating Modi on Ram Mandir bhumipoojan. What’s cooking?
— nikhil wagle (@waglenikhil) August 11, 2020
महाविकास अघाड़ी सरकार के हितैषी पत्रकार निखिल वाघले ने ट्वीट पर कहा, “मुझे समझ ही नहीं आ रहा कि अजीत पवार के बेटे पार्थ भाजपा की मदद क्यों कर रहे हैं। पहले उन्होंने सुशांत मामले में सीबीआई जाँच की माँग की और फिर भूमिपूजन के लिए मोदी को बधाई दी। आखिर पक क्या रहा है?”
पार्थ दादा का ऐसा अपमान, नही सहेगा हिंदुस्तान! ~ पार्थ दादा पवार मित्रमंडळ.@AjitPawarSpeaks @parthajitpawar kab khoon kahulega aap dono ka? pic.twitter.com/Od4VsVmjTn
— आलू बोंडा (@ek_aalu_bonda) August 11, 2020
एक अन्य एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने भी इस मुद्दे पर पार्थ के बयानों पर बोला और उन्हें गैर अनुभवी बताया। मलिक ने कहा, “पार्थ पवार अभी नौजवान और नए हैं। उनमें अनुभवों की कमी हैं। इसलिए ऐसी चीजें हो जाती हैं। लेकिन इससे उनके बीच कोई अनबन नहीं होगी।”