तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है, तो वह मंदिरों के बाहर स्थित पेरियार की मूर्तियों को हटा देगी। उन्होंने कहा कि ये मूर्तियाँ हिंदू मंदिरों का अपमान हैं और पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। तमिलनाडु में मंदिरों के बाहर स्थित पेरियार की मूर्तियों का मुद्दा एक पुराना है। पेरियार एक द्रविड़ नेता था जो अपनी नास्तिकता और ब्राह्मणों के विरोध के लिए जाना जाता था।
उसने मंदिरों से मूर्तियों को हटाने का समर्थन किया, लेकिन तमिलनाडु में कई मंदिरों के बाहर उसकी मूर्तियाँ उसके ही समर्थकों ने स्थापित की हैं, जिस पर लिखा गया है, “भगवान में विश्वास करने वाले लोग मूर्ख होते हैं।”
तमिलनाडु में अब भाजपा ने द्रविड़ राजनीति को सीधे चुनौती दे दी है। तमिलनाडु के फायरब्रांड भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ऐलान किया है, “ये हमारी प्रतिज्ञा है कि भाजपा के सत्ता में आते ही पेरियार की मूर्तियों को हटा दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर से लेकर राज्य के सभी मंदिरों के बाहर लगी ईवी रामासामी नायकर (EVR) की मूर्तियों को तुरंत हटा दिया जाएगा साथ ही मंदिरों की बंदोबस्ती करने वाले हिंदू धार्मिक धर्मार्थ विभाग (HR & CE Department in Tamil Nadu) को भी बंद कर दिया जाएगा।
इस विभाग पर आरोप है कि ये मंदिरों की बंदोबस्ती के बहाने पूरे राज्य के मंदिरों पर अपना एकाधिकार चलाती है और मनमाने तरीके से हिंदुओं को उत्पीड़ित करती है। कई जगहों पर इसने परंपराओं को ताकत पर रखकर पुजारियों की नियुक्ति की है।
तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई ने 7 नवंबर को श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर के बाहर मंच से कहा, “इसी रंगनाथर मंदिर के बाद 1967 में सत्ता में आई DMK ने एक पट्टी लगाई थी, जिसपर लिखा है – भगवान पर विश्वास करने वाले मूर्ख और धोखेबाज हैं, भगवान पर विश्वास मत करो।” जबकि हिंदू धर्म के लोग शांति से रहने वाले लोग हैं। इसी डीएमके की सरकार में दिसंबर 2006 में पेरियार द्वारा स्थापित सनातन विरोधी संगठन ने पवित्र मंदिर के बाहर 12 फुट ऊँची पेरियर की मूर्ति लगाई, जिसका हिंदुओं ने विरोध किया, लेकिन DMK ने मंदिर के बाहर ही भगवान का विरोध करने वाले की मूर्ति लगाई।
अन्नामलाई ने ऐलान किया, “भाजपा की सरकार बनते ही मंदिर के बाहर लगाई गई ईश्वर विरोधी संदेश वाली शिला पट्टिका को हटाया जाएगा, साथ ही पेरियर की ऐसी मूर्तियाँ जो मंदिरों के बाहर ही लगी हैं, उन्हें भी हटा दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मंदिरों में पेरियार की जगह अज़वार (वैष्णव संत) और नयनमारों (शैव संतों) की मूर्तियाँ स्थापित की जाएँगी। तमिल विद्वानों की मूर्तियाँ लगाई जाएँगी। तमिल विद्वान तिरुवल्लुवर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जिन लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी, उनकी प्रतिमाएँ स्थापित कर उनकी पूजा की जाएगी।
अन्नामलाई का ऐलान – बीजेपी की सरकार बनते ही मंदिरों पर कब्जे वाला विभाग होगा बंद
अन्नामलाई ने डीएमके और सनातन विरोधी राजनीति पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सनातन परंपरा पर किए जा रहे हमलों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मुगल शासकों ने इस पवित्र श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर को नष्ट करने की कोशिश की और अब स्टालिन का बेटा उदयनिधि कहता है कि वो सनातन धर्म को नष्ट कर देगा।
#EnMannEnMakkal பயணத்தின் 100வது தொகுதியாக, 108 திவ்ய தேசங்களில் முதன்மையானதும், பூலோக வைகுண்டம் என்றழைக்கப்படுவதுமான, பெரிய பெருமாள் குடி கொண்டிருக்கும் ஸ்ரீரங்கம் மண்ணில், பொதுமக்கள் சூழ சிறப்புடன் நடந்தேறியது. சைவ வைணவ ஒற்றுமைக்கு சான்றாக விளங்குவது ஸ்ரீரங்கம் தொகுதி. ஒரே… pic.twitter.com/H6z4If9qpY
— K.Annamalai (@annamalai_k) November 7, 2023
अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु का हिंदू धार्मिक धर्मार्थ विभाग मंदिरों की रक्षा के नाम पर बनाया जाता है, लेकिन वो गलत लोगों को पुजारियों और प्रशासकों के पद पर नियुक्ति करता है। उन्होंने कहा, “श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर का पूर्वी द्वार, प्रवेश द्वार का टावर गेट ढह गया है। मंदिरों की रक्षा करना चैरिटी विभाग का उद्देश्य है, लेकिन उसे बनाया नहीं गया।” बता दें कि जिस जगह से अन्नामलाई मंच पर संबोधित कर रहे थे, उसके एक तरफ प्रसिद्ध श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर का राजा गोपुरम (प्रवेश द्वार) है, तो दूसरी तरफ पेरियार की मूर्ति।
‘डेक्कन क्रॉनिकल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि जिस दिन भाजपा की सरकार बनेगी, वो दिन तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती (HR और CE) विभाग का आखिरी दिन होगा।
एक अनुमान के मुताबिक, राज्य सरकार ने तमिलनाडु के 38,000 से अधिक मंदिरों पर ‘कब्जा’ कर रखा है। वो मनमाने तरीके से पुजारियों की नियुक्ति करती है और मंदिरों के संरक्षण पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देती। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसपर सुनवाई चल रही है। इसी एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को कहा था कि वो परंपरागत तरीके से चल रहे मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति संबंधी कोई हस्तक्षेप न करे, इसके बावजूद राज्य सरकार ने मंदिरों के मामले में हस्तक्षेप करना जारी रखा है।
कुछ समय पहले ही तमिलनाडु में महिला पुजारियों की नियुक्ति सरकार की तरफ से की गई थी और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इसे गलत तरीके से द्रविड़ परंपरा से जोड़ दिया था। स्टालिन ने इसी श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर में महिला पुजारी की नियुक्ति को ऐतिहासिक बताते हुए कहा था कि हमने पेरियार के दिल का काँटा निकाल दिया है। स्टालिन ने कहा था, “उन्हें (महिलाओं को) अपवित्र माना गया है। यहाँ तक कि देवी मंदिरों में भी। लेकिन, अंततः परिवर्तन हुआ।”
तमिलनाडु में हमारी द्रविड़ मॉडल सरकार ने सभी जातियों के लोगों को पुजारी के रूप में नियुक्त करके थानथाई पेरियार के दिल से काँटा निकाल दिया है। महिलाएँ अब गर्भगृह में कदम रख रही हैं। इससे समावेशी और समानता का एक नया युग आ रहा है।”
वहीं, एमके स्टालिन का बेटा उदयनिधि स्टालिन सनातन परंपरा को मिटाने की बात करता है। सनातन की तुलना डेंगू-मलेरिया से करता है। उसने कहा था, “कुछ चीजें हैं जिनका हमें उन्मूलन करना है और हम केवल विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू बुखार, मलेरिया, कोरोना, ये सभी चीजें हैं जिनका हम विरोध नहीं कर सकते, हमें इन्हें मिटाना है। सनातन भी ऐसा ही है। विरोध करने की जगह सनातन को ख़त्म करना हमारा पहला काम होना चाहिए।”
भाजपा से डरती है डीएमके
अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके सरकार भाजपा से बहुत डरती है। डीएमके सरकार ने श्रीरंगम मंदिर में लगे कमल के फूल की प्रतिमा को नष्ट कर दिया। कमल का फूल सिर्फ भाजपा का चुनाव चिन्ह ही नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती से भी जुड़ा है। ये हमारे देश का राष्ट्रीय पुष्प भी है। चूँकि डीएमके भाजपा से डरती है, इसलिए वो एक तरफ भाजपा के झंडे को हटाती है, तो दूसरी तरफ कमल के फूल को नष्ट करती है।
भाजपा कराएगी हिंदुओं को भगवान राम के दर्शन, अयोध्या तक चलेगी ट्रेन
अन्नामलाई ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा तमिलनाडु के हिंदुओं को भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या लेकर जाएगी। इसके लिए अयोध्या तक सीधी ट्रेन चलाई जाएगी।
Brief extract of my speech in Gandharvakottai & Pudukkottai yesterday during our #EnMannEnMakkal PadaYatra. pic.twitter.com/KMUR7vSJUn
— K.Annamalai (@annamalai_k) November 7, 2023
अन्नामलाई ने कहा कि 22 जनवरी से भाजपा अयोध्या के लिए सीधी ट्रेन की व्यवस्था करेगी, जो मुफ्त में तमिलनाडु के हिंदुओं को भगवान राम के दर्शन कराने ले जाएगी।