अयोध्या रामजन्मभूमि के परिसर में पॉलिथीन में प्रसाद ले जाने पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। कहा जा रहा है दिवाली के दिन रामलला का दर्शन करने पहुँचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद ये फैसला लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दीपोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ 27 अक्टूबर को रामलला के दर्शन के लिए रामजन्मभूमि परिसर में गए थे, तभी उन्हें वहाँ जमीन पर पड़ी तमाम पॉलिथीन नजर आई। जिसके बाद उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जब पूरे देश में पॉलिथीन प्रतिबंधित हो रही है तो यहाँ प्रतिबंध क्यों नहीं लग रहा।
खबर के अनुसार इस घटना के बाद ही प्रशासन ने परिसर में पॉलिथीन ले जाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया। हालाँकि पॉलिथीन पर रोक लग जाने के कारण व कोई दूसरा विकल्प न होने के कारण अभी श्रद्धालुओं को रामलला को प्रसाद चढ़ाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद दास कहते हैं कि सुरक्षा कारणों से करीब 19 वर्ष पहले ही पारदर्शी पन्नी में इलायचीदाना, मिश्री व मूंगफली प्रसाद के रूप में ले जाने की अनुमति दी गई थी। इससे पूर्व तक पहले बर्तन, लड्डू, पेड़ा आदि कई सामान श्रद्धालु लेकर आते थे। लेकिन दो दिन से प्रसाद लेकर श्रद्धालु नहीं आ पा रहे हैं।
अयोध्या : सीएम की नाराजगी के बाद पॉलीथीन में रामलला का प्रसाद ले जाने पर लगी रोक#Ayodhya @myogiadityanathhttps://t.co/jfcouybqGe
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) October 31, 2019
गौरतलब है कि रामलला को इलायचीदाना, मिश्री व कच्ची मूंगफली का प्रसाद चढ़ता है। जिसके लिए कपड़े-कागज की थैलियाँ न होने से दो दिन से प्रसाद बेचने वाले प्रभावित हैं। वहीं परिसर के रिसीवर व कमिश्नर मनोज मिश्रा का कहना है कि प्रशासन ने पॉलीथीन में प्रसाद ले जाने व बेचने पर रोक लगाई गई है। प्रसाद चढ़ाने, प्रसाद ले जाने पर कोई रोक नहीं है। पॉलीथीन छोड़कर श्रद्धालु अन्य पारदर्शी वस्तु में प्रसाद ले जा सकते हैं।
इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद ने अविलंब प्रसाद चढ़ाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की माँग की है। परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद पवार ने कहा है कि श्रीरामजन्मभूमि पर स्थानीय प्रशासन को पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने से पहले विकल्प तलाशना चाहिए और जब तक इसका विकल्प नहीं मिलता तब तक इस प्रतिबंध को हटाना चाहिए। शरद मिश्रा का कहना है कि इस समस्या से तात्कालिक समाधान के लिए विहिप रामजन्मभूमि परिसर के रिसीवर से मुलाकात करके चर्चा करेंगे।