Sunday, December 22, 2024
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‘विरासत के साथ विकास पर ध्यान, धार्मिक शहरों को भव्य और दिव्य स्वरूप देने का अभियान’: प्रयागराज में बोले PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा, "विश्व का इतना बड़ा आयोजन, हर रोज लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत और सेवा की तैयारी, लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ, एक नया नगर बसाने के महा अभियान के माध्यम से प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचा जा रहा है।"

प्रयागराज में मकर संक्रांति से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध महाकुँभ मेले की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। इस बीच, पीएम मोदी प्रयागराज पहुँचे। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया और लोगों को संबोधित भी किया। हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने पहुँचे पीएम ने ये भी कहा कि हम देश के धार्मिक शहरों को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के अभियान में जुटे हैं। प्रयागराज में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने विरासत के साथ-साथ विकास पर भी ध्यान दिया है।

पीएम मोदी ने कहा, “प्रयागराज में संगम की इस पावन भूमि को मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूँ। महाकुंभ में पधार रहे सभी साधु-संतों को भी नमन करता हूँ। महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिनरात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों का, श्रमिकों और सफाईकर्मियों का मैं विशेष रूप से अभिनंदन करता हूँ।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये एकता का ऐसा महायज्ञ होगा, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता की आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ।” उन्होंने कहा, “विश्व का इतना बड़ा आयोजन, हर रोज लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत और सेवा की तैयारी, लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ, एक नया नगर बसाने के महा अभियान के माध्यम से प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचा जा रहा है।”

पीएम मोदी ने मंच से कहा, “हमारा भारत पवित्र स्थलों और तीर्थों का देश है। ये गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा जैसी अनगिनत पवित्र नदियों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, इन अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, जो महात्म्य है, उनका संगम, उनका समुच्चय, उनका योग, उनका संयोग, उनका प्रभाव, उनका प्रताप ये प्रयाग है। प्रयाग वो है, जहाँ पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहाँ पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं।”

पीएम मोदी ने प्रयागराज की महिमा का बखान करते हुए कहा, “ये केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं है। प्रयाग के बारे में कहा गया है : ‘माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई।।’ अर्थात जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं, सभी दैवीय शक्तियाँ, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महाऋषि प्रयाग में आ जाते हैं। ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते। प्रयागराज वो स्थान है, जिसकी प्रशंसा वेद की ऋचाओं में की गई है।”

पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ हजारों वर्ष पहले से चली आ रही हमारे देश की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक यात्रा का पुण्य और जीवंत प्रतीक है। एक ऐसा आयोजन है जहां हर बार धर्म, ज्ञान, भक्ति और कला का दिव्य समागम होता है। उन्होंने कहा, “किसी बाहरी व्यवस्था के बजाय कुंभ, मनुष्य के अंतर्मन की चेतना का नाम है। ये चेतना स्वतः जागृत होती है। यही चेतना भारत के कोने-कोने से लोगों को संगम के तट तक खींच लाती है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “गाँवों, कस्बों, शहरों से लोग प्रयागराज की ओर निकल पड़ते हैं। सामुहिकता की ऐसी शक्ति, ऐसा समागम शायद ही कहीं ओर देखने को मिले। यहाँ आकर संत-महंत, ऋषि-मुनि, ज्ञानी-विद्वान, सामान्य मानवी सब एक हो जाते हैं, सब एक साथ त्रिवेणी में डुबकी लगाते हैं। यहां जातियों का भेद खत्म हो जाता है, सम्प्रदायों का टकराव मिट जाता है। करोड़ों लोग एक ध्येय, एक विचार से जुड़ जाते हैं।”

पीएम मोदी ने कहा, “कुंभ जैसे भव्य और दिव्य आयोजन को सफल बनाने में स्वच्छता की बहुत बड़ी भूमिका है। महाकुंभ की तैयारियों के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया गया है, प्रयागराज शहर के सैनिटेशन और वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस किया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए गंगादूत, गंगा प्रहरी और गंगा मित्रों की नियुक्ति की गई है। इस बार 15 हजार से ज्यादा मेरे सफाईकर्मी भाई-बहन कुंभ की स्वच्छता को संभालने वाले हैं। मैं आज कुंभ की तैयारी में जुटे अपने सफाईकर्मी भाई-बहनों का अग्रिम आभार भी व्यक्त करता हूँ।”

इस दौरान पीएम मोदी ने प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान जी के भी दर्शन किए। पीएम मोदी ने यहाँ महाकुंभ मेला की तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही हनुमान कॉरिडोर और अक्षयवट कॉरिडोर के विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रयागराज में 5,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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