प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिनती ऐसे उदार नेताओं में होती है जो विपक्षी दलों के नेताओं के अच्छे कार्यों की सराहना करने में कभी कंजूसी नहीं बरतते। उनका यही रूप गुरुवार (8 फरवरी 2024) को संसद के उच्च सदन राज्यसभा में दिखा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद डॉ. मनमोहन सिंह की संसद के प्रति प्रतिबद्धता को याद करते हुए उनसे सीखने की सलाह सभी सांसदों को दी।
मनमोहन सिंह समेत 56 सदस्य राज्यसभा से रिटायर होने वाले हैं। इनकी विदाई के मौके पर प्रधानमंत्री सदन में बोल रहे थे। सिंह वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। प्रधानमंत्री ने विदाई के मौके पर उनकी कर्मठता की तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं विशेष रूप से माननीय डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का स्मरण करना चाहूँगा। 6 बार वह इस सदन में रहे। अपने मूल्यवान विचारों से, नेता के रूप में भी और प्रतिपक्ष के नेता के रूप में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। वैचारिक मतभेद, बहस में छींटाकशी, यह तो बहुत अल्पकालिक होता है। लेकिन इतने लम्बे अरसे तक जिस प्रकार से उन्होंने इस सदन का मार्गदर्शन किया है, देश का मार्गदर्शन किया है, जब भी कभी हमारे लोकतंत्र की चर्चा के दौरान जब कुछ माननीय सदस्यों की चर्चा होगी उसमें माननीय मनमोहन सिंह के योगदान को जरूर याद किया जाएगा।”
#WATCH | PM Modi lauds the contribution of Congress MP and former PM Manmohan Singh
— ANI (@ANI) February 8, 2024
The PM is addressing during the farewell of retiring members of the Rajya Sabha pic.twitter.com/1MATqWIGhd
आगे उन्होंने कहा, “मैं सभी सांसदों से, चाहे इस सदन में हो या फिर उस सदन में, जो आज हैं और जो भविष्य में आने वाले हैं, उनसे कहूँगा कि यह जो माननीय सांसद होते हैं किसी भी दल में हों, जिस प्रकार से उन्होंने (मनमोहन सिंह) अपना जीवन अपना जिया होता है, जिस प्रकार की प्रतिभा का प्रदर्शन कराया होता है, उसका हमें एक मार्गदर्शक के रूप में उपयोग करना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के व्हीलचेयर पर राज्यसभा में आने की चर्चा भी की। उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि सदन में वोटिंग का एक अवसर था। पता था उन्हें विजय ट्रेजरी बेंच (सरकार) की होने वाली है, अंतर भी बहुत था, लेकिन डॉ. सिंह व्हीलचेयर पर आए और वोट किया।”
आगे उन्होंने कहा, “एक सांसद अपने दायित्व के लिए कितना सजग है, उसका वो प्रेरक उदाहरण हैं। इतना ही नहीं मैं देख रहा था कि कभी कमेटी मेम्बर्स के चुनाव हुए तो व्हीलचेयर पर वोट देने आए। सवाल यह नहीं है कि वह किसको मजबूत करने के लिए वोट देने आए थे, वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आए थे।” गौरतलब है कि मनमोहन सिंह अगस्त 2023 में मॉनसून सत्र के दौरान दिल्ली सेवा बिल पर मतदान के लिए व्हीलचेयर पर राज्यसभा में आए थे।
डॉ मनमोहन सिंह वर्ष 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे। इसके बाद वह पाँच बार इस सदन के लिए चुने गए। वह सर्वाधिक बार असम से राज्यसभा के सदस्य रहे। वह प्रधानमंत्री भी राज्यसभा के सदस्य रहते हुए बने थे। प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्यों को विदाई देने के अलावा कॉन्ग्रेस पर उनकी सरकार के खिलाफ ब्लैक पेपर लाने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस की तरफ से आज काला टीका लगाने का प्रयास किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “काले कपड़ों में सदन को फैशन शो देखने का भी मौका मिला है। कभी-कभी कुछ काम इतने अच्छे होते हैं जो लम्बे समय तक उपयोगी होते हैं। हमारे यहाँ कुछ अच्छी चीज करते हैं तो परिवार में एक स्वजन ऐसा भी होता है, जो कहता है कि अरे नजर लग जाएगी काला टीका लगा देता हूँ। आज पिछले 10 वर्षों में जो काम हुए हैं उसको किसकी नजर ना लग जाए इसलिए आज खड़गे जी काला टीका लगाकर आए हैं। हमारे कार्यों को नजर ना लग जाए इसलिए आप जैसे वरिष्ठ सांसद काला टीका लगाकर आए हैं तो यह अच्छी बात है।”