प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुँचे हैं। यहाँ वह आज (23 फरवरी, 2024) कई विकास कार्यक्रमों के साथ जनसभाओं में हिस्सा लेंगे। इससे पहले उन्होंने काशी सांसद प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरष्कृत और संबोधित किया। यहाँ वह कल (22 फरवरी, 2024) रात को पहुँचे थे।
प्रधानमंत्री मोदी आज बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में पहुँचे। यहाँ उन्होंने सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, सांसद ज्ञान प्रतियोगिता और सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान काशी में हुए विकास कार्यों की बात की।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में की। उन्होंने कहा, “जो काशी समय से ही प्राचीन कही जाती है, जिसे हमारी युवा पीढ़ी इतनी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है। यह गौरव और विश्वास दिलाता है कि आप सभी अमृत काल में देश को नई ऊँचाई पर ले जाएँगे। काशी सर्व विद्या की राजधानी है, आज उसका वही रूप फिर से सँवर रहा है।”
आगे उन्होंने सफल प्रतिभागियों को बधाई दी और असफल होने वालों का भी अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि आप सभी काशी की ज्ञान परम्परा का हिस्सा बने हैं, ये बहुत बड़ा गौरव है। उन्होंने कहा कि कोई भी हारा नहीं और ना ही पीछे रहा है। सभी कई कदम आगे आए हैं।
यहाँ उन्होंने काशी पर लॉन्च की गई कॉफ़ी टेबल बुक के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “हम और आप निमित्त मात्र हैं, यहाँ करने वाले तो महादेव हैं। जहाँ महादेव के कृपा हो जाला, उ धरती ऐसे ही समृद्ध हो जाला।” प्रधानमंत्री ने कहा कि यहाँ पिछले 10 साल में विकास का डमरू बजा है।
महादेव के आशीष के साथ 10 वर्षों में काशी में चहुंओर विकास का डमरू बजा है।
— BJP (@BJP4India) February 23, 2024
– पीएम श्री @narendramodi
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प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “पिछले 10 वर्षों में विकास की गंगा ने काशी को सींचा है, काशी तेजी से बदली है, आप सबने देखा है। जो छोटे बच्चे हैं, उन्होंने पहले की काशी नहीं देखी होगी। यही काशी का सामर्थ्य है।” उन्होंने कहा कि बाबा जो चाह जाते हैं उसको कौन रोक सकता है। इसके बाद उन्होंने हर हर महादेव के जयकारे लगवाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जितने नए विचार दिए उनका सबंध काशी से है। उन्होंने कहा कि काशी शिव की भी नगरी है और बुद्ध के उपदेशों की नगरी भी है। यह जैन तीर्थांकारों की नगरी और आदि शंकराचार्य की नगरी है। उन्होंने कहा कि यह ऐसी नगरी है जहाँ हर प्रांत और भाषा के लोग आकर बसे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सांस्कृतिकता के आसपास कैसे आधुनिकता का प्रसार होता है, दुनिया यह देख रही है। उन्होंने कहा कि अगले पाँच वर्षों ने देश सफलता के नए प्रतिमान का निर्माण करेगा, यह मोदी की गारंटी है।
पीएम मोदी इस कार्यक्रम के बाद रविदास मंदिर जाएँगे। यहाँ वह संतों का आशीर्वाद लेंगे। इसके बाद वह यहाँ कखरियाँव में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और फिर अमूल के प्लांट जाएँगे।जहाँ वह कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। वह कई योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री इसके बाद शाम को 4 बजे दिल्ली वापस चले जाएँगे।