कॉन्ग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र ने पार्टी पर निशाना साधा है। बता दें कि कॉन्ग्रेस के घोषणापत्र में राजद्रोह की धाराएँ हटाने की बात की है। इस पर सवाल खड़े करते हुए प्रधानमंत्री ने कॉन्ग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया। अरुणाचल प्रदेश स्थित पासीघाट में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कॉन्ग्रेस के घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए नारा दिया, ‘कॉन्ग्रेस का हाथ, देशद्रोहियों के साथ’। पीएम ने कॉन्ग्रेस के घोषणापत्र को ढकोसला पत्र करार देते हुए कहा कि इसमें सिर्फ़ झूठ ही झूठ है। मोदी ने कहा कि पासीघाट पहले जंगल हुआ करता था लेकिन केंद्र सरकार ने कनेक्टिविटी बढ़ाने का कार्य किया है, जिससे यहाँ अब घर-घर में उजाला है।
कांग्रेस का हाथ, देशद्रोहियों के साथ! #DeshKeLiyeModi pic.twitter.com/aWj3XDkrq5
— narendramodi_in (@narendramodi_in) April 3, 2019
इस दौरान पीएम ने सवालिया लहजे में कहा:
“कॉन्ग्रेस देश के साथ है या फिर देशद्रोहियों के साथ है? कॉन्ग्रेस ने देश को गाली देने वालों के लिए भी एक योजना बनाई है। भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाने वाले, तिरंगा जलाने वाले और आंबेडकर की मूर्तियाँ तोड़ने वालों से भी कॉन्ग्रेस को सहानुभूति है। जो भारत के संविधान को नहीं मानते ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का जो क़ानून है उसको खत्म करने का वादा कॉन्ग्रेस पार्टी ने किया है।”
बता दें कि कॉन्ग्रेस पार्टी ने आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट, 1958 (AFSPA) में भी संशोधन करने की बात कही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ख़ुद इससे छेड़छाड़ करने के विरोधी रहे हैं। ऐसे में क्या इस संवेदनशील एक्ट में संशोधित कर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पंगु बना दिया जाएगा? राष्ट्रीय सुरक्षा पर कॉन्ग्रेस का घोषणापत्र असंवदेनशील है, सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाला है, एनएसए जैसे अधिकारियों को नेताओं के बीच खड़ा करने वाला है और मानवाधिकार की आड़ में सुरक्षा बलों को पंगु बनाने वाला है। इस से देश की संवेदनशील सुरक्षा के मुद्दे भी सार्वजनिक हो जाएँगे। कॉन्ग्रेस ने मानवाधिकार के साथ यौन हिंसा का जिक्र कर सुरक्षा बलों को कठघरे में खड़ा करने का कार्य किया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देशद्रोह को अपराध श्रेणी से खत्म करने वाली बात पर कहा कि जो पार्टी इस तरह की बातें करती है वो देश के एक भी वोट पाने की हकदार नहीं है। कॉन्ग्रेस के घोषणापत्र पर जेटली ने कहा कि इसमें माओवादियों और जेहादियों की रक्षा करने के लिए सीआरपीसी में बदलाव की बात हुई।
घोषणा पत्र नहीं कांग्रेस के मानसिक दिवालियापन और भारत की बर्बादी का पुलिंदा है इसका निष्कर्ष पाकिस्तान ज़िंदाबाद है आलू से सोना बना देने वाला ढकोसला है देशद्रोहियों को संरक्षण और सेना का मनोबल गिराने का प्रयास है
— Chowkidar Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) April 2, 2019
एक भी आतंकवादी ज़िंदा नहीं बचेगा सेना का ऑपरेशन ऑलआउट जारी है
उधर नाराज़ सोनिया गाँधी ने न सिर्फ़ घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति के सदस्य राजीव गौड़ा को फटकार लगाई बल्कि पी चिदंबरम से भी बात करके अपनी आपत्ति दर्ज कराई। ख़बर है कि सोनिया गाँधी कॉन्ग्रेस घोषणापत्र के कवर पेज पर अपने बेटे राहुल गाँधी के छोटे चित्र को लेकर नाख़ुश हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं से पूछा कि राहुल की फोटो कवर पेज पर बड़ी क्यों नहीं रखी गई?