प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय ‘आज़ादी लेकर रहेंगे’ वाला जो विश्वास था, आज देश के कोटि-कोटि जनों में उसी तरह का विश्वास पैदा हुआ है जिस कारण ‘विकसित भारत’ का शिलान्यास इस चुनाव में हो चुका है। संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगलवार (2 जुलाई, 2024) को कहा कि हमें देश को विकास के नए स्तर पर ले जाना है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने जो गति पकड़ी है, अब हमारा मुकाबला उसी स्पीड को और अधिक करने पर है।
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि देश अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, अब इसे तीसरे नंबर पर ले जाएँगे। उन्होंने बताया कि भारत अब मोबाइल फोन का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर और एक्सपोर्टर है, इस कार्यकाल में सेमीकंडक्टर व अन्य सेक्टरों में हम यही कारनामा करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की मिट्टी में पैदा हुई चिप दुनिया के उपकरणों में होगी। उन्होंने बताया कि अब तक 4 करोड़ ग़रीबों को घर दिया जा रहा है, इस कार्यकाल में 3 करोड़ और लोगों को घर मिलेगा ताकि कोई घर के बिना न रहे।
पीएम मोदी ने इस दौरान महिलाओं के सेल्फ-हेल्प ग्रुप के विस्तार का वादा करते हुए कहा कि 3 करोड़ बहनों को ‘लखपति दीदी’ बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में भाजपा द्वारा खाता खोलने का जिक्र किया, तमिलनाडु में कई सीटों पर भाजपा की दमदार उपस्थिति का जिक्र किया और कहा कि कर्नाटक, यूपी और राजस्थान में पिछली बार की तुलना में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है, आने वाले समय में 3 राज्यों में चुनाव है – महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली विधानसभा चुनाव में भाजपा को जितने वोट मिले थे, इस लोकसभा चुनाव में उससे अधिक वोट मिले। उन्होंने पंजाब में भी बढ़त का जिक्र किया। पीएम मोदी ने विपक्षियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जनता ने इन्हें विपक्ष में बैठने का आदेश दिया, जिनका काम है कि तर्क खत्म हो जाए तो चीखते-चिल्लाते रहो। उन्होंने याद दिलाया कि इतिहास में पहली बार लगातार तीसरी बार कॉन्ग्रेस 100 का आँकड़ा पार नहीं कर पाई है।
पीएम मोदी ने कहा, “अच्छा होता कि कॉन्ग्रेस अपनी हार स्वीकार कर जनता के आदेश को सर-आँखों पर चढ़ाते हुए आत्ममंथन करती, लेकिन ये तो शीर्षासन करने में लगे हुए हैं। कॉन्ग्रेस और उसका इकोसिस्टम दिन-रात बिजली जला कर हिंदुस्तान के नागरिकों के मन में ये प्रस्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने हमें हरा दिया है। कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला और और अगर वो गिर कर रोने लगता है तो कोई बड़ा व्यक्ति आकर उसे ढाँढस बँधाते हुए कहने लगता है – देखो चींटी मर गई, चिड़िया उड़ गई, तुम बढ़िया साइकिल चलाते हो, तुम गिरे नहीं हो। बच्चे का ध्यान भटका कर उसका मन बहला दिया जाता है। यही चल रहा है।”
पीएम मोदी ने इस दौरान 1994 के चुनाव को याद करते हुए कहा कि उसके बाद 10 चुनाव हुए लेकिन कॉन्ग्रेस 50 के आँकड़े को नहीं छू पाई है, इस बार किसी तरह 99 के चक्कर में फँसी है। उन्होंने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि एक बालक 99 मार्क्स लेकर घूम रहा था और सबको दिखाता था कि कितने अधिक मार्क्स आए हैं, लोग 99 सुन कर शाबाशी देते थे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब शिक्षक आए और पूछा कि किस बात की ख़ुशी बाँट रहे हो, ये 100 में से नहीं बल्कि 543 में 99 लेकर आया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब उस बालक बुद्धि को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि फर्जी बयानबाजी में कॉन्ग्रेस ने ‘शोले’ फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। ‘शोले’ की मौसी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तीसरी बार हारे हैं ये बात तो सही हैं, लेकिन मौसी, मोरल विक्ट्री तो है न। अरे मौसी, 13 राज्यों में जीरो सीटें आई हैं पर हीरो तो है न। अरे मौसी, पार्टी अभी भी साँसें तो ले रही है।
पीएम मोदी ने कॉन्ग्रेस पार्टी को ‘परजीवी’ बताते हुए कहा कि वो जिस शरीर के साथ रहता है उसको ही खाता है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे कॉन्ग्रेस अपनी सहयोगी पार्टियों का ही वोट खा जाती है और उसके बल पर फलती-फूलती है। उन्होंने आँकड़े गिनाए कि जहाँ-जहाँ कॉन्ग्रेस-भाजपा का सीधा मुकाबला था वहाँ कॉन्ग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ और सिर्फ 26% है। जहाँ किसी का पल्लू पकड़ कर चलते थे, वहाँ कॉन्ग्रेस का स्ट्राइक रेट 50% है और 99% से अधिक सीटें उनके सहयोगियों ने उन्हें जिताया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 16 राज्यों में जहाँ कॉन्ग्रेस अकेले लड़ी वहाँ उसका वोट शेयर गिरा है। उन्होंने बताया कि गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अपने दम पर लड़ कर कॉन्ग्रेस ने 64 में सिर्फ 2 सीटें जीती हैं। पीएम मोदी ने कॉन्ग्रेस पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दक्षिण भारत जाकर उत्तर के खिलाफ बोलते हैं, उत्तर में पश्चिम के खिलाफ बोलते हैं, महापुरुषों के खिलाफ बोलते हैं, भाषा के आधार पर बाँटने की कोशिश की है, जिन नेताओं ने देश को खंडित करने की बात की थी उन्हें कॉन्ग्रेस पार्टी ने संसद का टिकट दिया।
पीएम मोदी ने कहा, “कॉन्ग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाने के लिए काम कर रही है। कॉन्ग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की दिशा में भी सोची समझी चाल चल रही है। उनके शासन वाले राज्य देश पर आर्थिक बोझ बन जाएँ, ये खेल खेला जा रहा है। इन्होंने घोषणा की थी कि इनके मन मुताबिक परिणाम नहीं आया तो देश में आग लगा दी जाएगी। भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सवालों के घेरे में लाकर अराजकता फैलाई गई। CAA को लेकर पूरे इकोसिस्टम ने यही खेल खेला।”
पीएम मोदी ने एक और किस्सा सुनाया – एक बच्चा स्कूल से आकर जोर-जोर से रोने लगा और कहने लगा कि उसे पीटा गया है लेकिन माँ के कहने पर वो कुछ बता नहीं पा रहा था। उन्होंने कहा कि बच्चा ये नहीं बता रहा था कि स्कूल में उसने किसी बच्चे को माँ की गाली दी थी, किसी की किताबें फाड़ दी थी, उसने ये नहीं बताया कि उसने शिक्षक को ‘चोर’ कहा था, वो किसी का टिफिन चुरा कर खा गया था। पीएम मोदी ने कहा कि हमने सदन में यही बचकाना हरकत देखी है।
उन्होंने कहा कि सदन में ‘मुझे इसने मारा, मुझे उसने मारा, मुझे यहाँ मारा, मुझे वहाँ मारा’ का ड्रामा सहानुभूति हासिल करने के लिए चल रहा है। उन्होंने कहा कि जनता जानती है कि हजारों करोड़ रुपयों की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। उनका इशारा राहुल गाँधी पर था। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी OBC वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सज़ा पा चुके हैं, देश की सर्वोच्च अदालत पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफ़ी माँगनी पड़ी है।
उन्होंने कहा कि इन पर वीर सावरकर जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के अपमान का मुकदमा चल रहा है। उन्होंने कहा कि बाल-बुद्धि सदन में किसी को भी आँखें मारने लगते हैं, गले पड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश राहुल गाँधी से कह रहा है कि तुमसे ना हो पाएगा। उन्होंने संत तुलसीदास का ‘झूठइ लेना, झूठइ देना, झूठइ भोजन, झूठइ चबेना’ का जिक्र कॉन्ग्रेस के लिए किया। उन्होंने कहा कि आदमखोर जानवर के मुँह पर खून लग जाता है, वैसे ही कॉन्ग्रेस झूठ फैला रही है।
पीएम मोदी ने 1 जुलाई को ‘खटखट दिवस’ बताते हुए कहा कि लोग चेक कर रहे थे कि उनके बैंक खातों में पैसे आए या नहीं, देशवासियों को गुमराह किया गया। EVM, संविधान, आरक्षण, राफेल, HAL, LIC, बैंकों, कर्मचारियों को लेकर झूठ फैलाने का आरोप कॉन्ग्रेस पर लगाया। पीएम मोदी ने सदन की गरिमा से खिलवाड़ को संविधान निर्माताओं और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताते हुए कहा कि सभापति को अब जो हो रहा है और कल जो हुआ है उसे गंभीरता से लिए बिना हम संसदीय लोकतंत्र को रक्षित नहीं कर पाएँगे।