प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र ने रिटायर होने की तैयारी कर ली है। तब-नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री के अनुरोध पर रिटायरमेंट से बाहर आकर पदभार संभालने वाले मिश्र को 5 साल से प्रधानमंत्री के सबसे विश्वस्त अफसर, नौकरशाही में उनके आँख-कान माना जाता था। उनकी सेवानिवृत्ति की घोषणा खुद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर की।
मोदी ने उनकी सार्वजनिक नीति और सार्वजनिक प्रशासन में दक्षता का विशेष उल्लेख करते हुए उनकी तारीफ़ की।
2 हफ्ते और रुकने का अनुरोध
सरकार के मुख्य प्रवक्ता सितांशु कर ने मीडिया को जानकारी दी कि मोदी ने उनसे दो सप्ताह और अपनी सेवाएँ जारी रखने का अनुरोध किया है। कुछ खबरों के अनुसार वे चुनावों के बाद ही जाना चाहते थे, लेकिन मोदी के अनुरोध पर उस समय उन्होंने तुरंत सेवानिवृत्ति की बात पर अधिक बल नहीं दिया। इस बीच मीडिया में पूर्व कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा को प्रधानमंत्री द्वारा पीएमओ में विशेष दायित्व पर तैनात अफसर (OSD) नियुक्त किए जाने की खबरें भी आ रहीं हैं।
ऊर्जा सचिव, सबसे लम्बे तक कैबिनेट सचिव रह चुके हैं सिन्हा
OSD in PMO नियुक्त हुए पीके सिन्हा यूपी कैडर के अफसर हैं। अर्थशास्त्र में स्नातक और परास्नातक करने वाले सिन्हा ऊर्जा और जहाजरानी मंत्रालयों में सचिव भी रह चुके हैं। कैबिनेट सचिव के तौर पर 2017 और 2018 में एक-एक साल का विस्तार पाने के बाद जब उन्हें जून में तीसरा सेवा-विस्तार मिला तो वे भारत के इतिहास में सबसे अधिक समय तक सेवाएँ प्रदान करने वाले कैबिनेट सचिव बन गए थे।