मोदी सरकार ने आखिरकार संसद के दोनों सदनों से तीन तलाक बिल को पास करवा ही लिया। राज्यसभा में बिल पास होना आश्चर्यजनक इसलिए रहा क्योंकि वहाँ पर सत्ता पक्ष के पास बहुमत नहीं था। इस बिल के पास होते ही तमाम विरोधी दल अपने-अपने अनुसार अपनी भड़ास निकालते हुए देखे जा रहे हैं।
वहीं, अब इस बिल के पास होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने अपने ही राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि महबूबा मुफ़्ती की पार्टी की गैरमौजूदगी ने राज्यसभा में बिल पास कराने में सरकार की मदद की। वहीं तीन तलाक बिल के पास होने पर ओवैसी की पार्टी AIMIM ने आज के दिन को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में काला दिन बताया है।
राज्यसभा में मंगलवार (जुलाई 30, 2019) को तीन तलाक बिल पास होने के कुछ देर बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती को ट्वीट करते हुए कहा-
“महबूबा मुफ्ती जी, आप को यह चेक करना चाहिए कि इस ट्वीट से पहले आपके सदस्यों ने कैसे वोट किया। मुझे लगता है कि उन्होंने सदन में अनुपस्थित रहकर सरकार की मदद की क्योंकि बिल पास कराने के लिए उन्हें सदन में नंबर चाहिए थे।”
Mehbooba Mufti ji, you might want to check how your members voted on this bill before tweeting. I understand they abstained which helped the government with the numbers needed to pass the bill. You can’t help the government & then “fail to understand need to pass”! https://t.co/Z0Ma5ST5ko
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 30, 2019
इससे पहले पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा था कि वो तीन तलाक बिल को पास कराने की जरूरत को समझने में नाकाम हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही इसे अवैध करार दिया था। महबूबा ने इसे मुस्लिम समुदाय को दंडित करने के लिए अनावश्यक का हस्तक्षेप कहा है।