कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के साथ ही कॉन्ग्रेस नेता सिद्धारमैया के घर के बाहर लगी भगवान श्रीराम और हनुमान जी की तस्वीर को हटा दिया गया है। चुनाव के दौरान कॉन्ग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में लिखा था कि सरकार बनाने के बाद ‘बजरंग दल’ को बैन किया जाएगा। साथ ही इसने हिन्दू संगठन की तुलना प्रतिबंधित आतंकी संगठन PFI से भी की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉन्ग्रेस पर बजरंग बली के अपमान का आरोप लगाया था।
इसके बाद कॉन्ग्रेस नेताओं ने भी खुद को हनुमान जी का भक्त दिखाना शुरू कर दिया था। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आवास के बाहर दोनों ही देवताओं की तस्वीरें लगाई गई थीं। लेकिन, अब इन पोस्टरों को हटा दिया गया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित उनके घर के बाहर लगे इस पोस्टर में उनकी फोटो भी थी। कर्नाटक में 135 सीटों के साथ कॉन्ग्रेस को बहुमत मिला है, जबकि भाजपा 66 सीटें ही प्राप्त कर पाई।
इसके बाद लोगों ने कॉन्ग्रेस नेताओं को चुनावी हिन्दू बताना शुरू कर दिया। एक ने तंज कसते हुए लिखा कि कहीं मुस्लिम अपनी वोटिंग वापस लेने की धमकी दे रहे होंगे, इसीलिए ऐसा किया गया है। लोगों ने कहा कि चुनाव के साथ-साथ ही इनकी भक्ति भी खत्म हो जाती है। एक ने ‘भाई, ये तो शुरू होते ही ख़त्म हो गया’ वाला मीम भी शेयर किया। कॉन्ग्रेस पर हिन्दुओं को बेवकूफ बनाने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। एक ने याद दिलाया कि इस पार्टी ने कभी भगवान राम का अस्तित्व नकार दिया था।
#WATCH | Poster of Lord Ram and Bajrang Bali that was put outside Congress leader Siddaramaiah's residence in Bengaluru is now being removed. #KarnatakaElectionResults pic.twitter.com/vtotK0erSu
— ANI (@ANI) May 14, 2023
कर्नाटक में कॉन्ग्रेस के विधायक दल के नेता का फ़िलहाल चयन नहीं हुआ है। डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाया जाना है। वहीं देश भर के विपक्षी नेता अब 2024 लोकसभा चुनाव के लिए इसे शुरुआत बताते हुए ये कह रहे हैं कि पीएम मोदी अजेय नहीं हैं। डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए कई बार त्याग किया है। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मालिएकर्जुन खड़गे ने सीएम चुनने के लिए तीन सदस्यीय कमिटी भी बना दी है।