कॉन्ग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी का फोन हैक कर उनकी जासूसी कराई गई है। कॉन्ग्रेस ने कहा कि जिन नेताओं को व्हाट्सएप्प द्वारा मैसेज भेजा गया, उनमें प्रियंका गाँधी भी शामिल हैं। वहीं प्रियंका गाँधी की टीम ने कहा कि उन्होंने उन मैसेजों को गंभीरता से नहीं लिया और डिलीट कर दिया। ख़बरों के अनुसार, रणदीप सुरजेवाला ने प्रियंका गाँधी को एक सूची दी, जिसमें उन नेताओं के नाम थे जिनका व्हाट्सएप्प कथित रूप से हैक किया गया था। इसके बाद प्रियंका को याद आया कि उन्हें भी ऐसा मैसेज आया था।
कॉन्ग्रेस की तरफ़ से पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर नेताओं की जासूसी कराने के आरोप लगाए। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कॉन्ग्रेस पार्टी के दावों की धज्जियाँ उड़ा दी। कॉन्ग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसीपी के नेता ने कहा कि उनका व्हाट्सएप्प हैक किए जाने की सारी ख़बरें आधारहीन हैं। इस तरह उन्होंने कॉन्ग्रेस के आरोपों की पोल खोल दी। पटेल ने कहा कि उन्हें व्हाट्सएप्प की तरफ़ से ऐसा कोई मैसेज आया ही नहीं, जिसमें कहा गया हो कि उनका फोन हैक किया गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एक व्हाट्सएप्प अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इजरायली कम्पनी द्वारा 41 नेताओं के फोन हैक किए गए और प्रफुल्ल पटेल उनमें से एक हैं। प्रफुल्ल पटेल ने व्हाट्सएप्प की तरफ़ से उन्हें अलर्ट किए जाने के मैसेज मिलने की बात से इनकार कर दिया। अब तक 17 नेताओं, पत्रकारों और समाजिक कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि उनका फोन हैक किया गया। भारत सरकार ने इस बाबत व्हाट्सएप्प से जवाब भी माँगा है।
व्हाट्सएप्प ने कहा है कि अप्रैल में 20 देशों के 1400 लोगों को इजरायली स्पाईवेयर ने निशाना बनाया, जिसमें 121 भारतीय भी शामिल थे। रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा को ‘भारतीय जासूस पार्टी’ करार देते हुए प्रधानमंत्री पर सवाल खड़ा किया। कॉन्ग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने सब कुछ जानते-समझते भी जानबूझ कर कुछ नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय आईटी मंत्री ने फेसबुक के वाईस-प्रेसिडेंट के साथ बैठक के दौरान भी इस मामले को नहीं उठाया और रहस्यमयी ढंग से चुप्पी बरक़रार रखी।
Praful Patel- I didn’t get any call from whatsapp saying it was hacked
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) November 3, 2019
Independent Journalists- He must have got message, he has many numbers..
Praful Patel- I didn’t get any message too
Independent Journalists- aise kaise nahi aaya message, humne toh bhejwaya tha ?? pic.twitter.com/zirXxY2XZg
वहीं कॉन्ग्रेस समर्थक पत्रकारों के गिरोह में भी इस बात को लेकर बेचैनी दिखी कि प्रफुल्ल पटेल ने हैकिंग की ख़बरों को आधारहीन बता दिया है। पल्लवी जोशी ने जब इस ख़बर को ट्वीट किया तो सुनेत्रा चौधरी ने दावा किया कि पटेल के पास कई नंबर हैं और उनके किसी एक नंबर को हैक किया गया था। जबकि ट्रोल पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने दावा किया कि अधिकतर लोगों को कॉल की जगह मैसेज किया गया था, इसीलिए पटेल को याद नहीं रहा होगा।