भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज कर बताया है कि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शामिल होने वाली हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया था। वहीं देश में 11 सितंबर को राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया था। क्वीन का फ्यूनरल 19 सितंबर, 2022 को होने वाला है।
विदेश मंत्रालय के प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू 17-19 सितंबर तक ब्रिटेन के दौरे पर रहने वाली हैं, जहाँ वो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। वहीं भारत की ओर से संवेदना व्यक्त करेंगी। बता दें कि सोमवार (19 सितंबर 2022) को ब्रिटेन की क्वीन का फ्यूनरल लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर एब्बे में होने वाला है।
इस प्रेस रिलीज में विदेश मंत्रालय ने बताया कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 70 साल के शासनकाल में भारत-ब्रिटेन के संबंध अत्यधिक विकसित, फले-फूले और मजबूत हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में दुनिया भर के लाखों लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब महारानी का निधन हुआ था, तब भी राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी भारत की ओर से संवेदना व्यक्त की।
सूचना यह भी है की महारानी के अंतिम संस्कार के दौरान वहाँ कई देशों प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन 8 सितंबर को हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक क्वीन का अंतिम संस्कार भारतीय समयानुसार सुबह 3.30 बजे होने वाला है। वहीं इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन भी अपनी पत्नी जिल बायडेन के साथ मौजूद रहने वाले हैं।
पीएम मोदी ने जताया था शोक
गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी मौत पर दुःख जताया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, “महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपने राष्ट्र और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया। उनके निधन से आहत हूँ। दुखद की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।”
आपको जानकारी देते चलें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का जन्म 21 अप्रैल 1926 को हुआ था। अपने पिता जॉर्ज षष्टम (Father George VI) की मौत के बाद वर्ष 1952 में वह ब्रिटेन (Britain) की महारानी बनी थीं। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 25 साल थी। अब महारानी के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स को ब्रिटेन का राजा बनाया गया है।