प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इंडोनेशिया के बाली में हैं। उन्होंने यहाँ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने बाली में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में रामायण और राम से लेकर महर्षि मार्कण्डेय और महर्षि अगस्त्य का जिक्र किया।
The accomplishments of Indian diaspora make us proud. Addressing a community programme in Bali, Indonesia. https://t.co/2VyKTGDTVA
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2022
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत नमस्ते से की। उन्होंने कहा, “इंडोनेशिया के बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग ही अनुभूति होती है। एक अलग ही एहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन फील कर रहा हूँ। इस जगह के साथ भारत का हजारों वर्षों का रिश्ता रहा है। यहाँ हजारों पीढ़ियाँ आईं और चली गईं, लेकिन उस परंपरा को कभी ओझल नहीं होने दिया। पीढ़ी दर पीढ़ी उस परंपरा को जानना और हर पल उस परंपरा से जुड़े रहना, यहाँ की खासियत है। यहाँ की धरती एक अलग ही आनंद देती है।”
उन्होंने कहा, “जब हम बाली की परंपराओं के गीत गा रहे हैं, इसी पल बाली से कई हजार किलोमीटर दूर ओडिशा के कटक में महानदी के किनारे बाली यात्रा का महोत्सव चल रहा है, जिसे ‘बाली जात्रा’ कहते हैं। यह महोत्सव भारत और इंडोनेशिया के बीच ट्रेड रिलेशन को सेलिब्रेट करता है। जब यहाँ के लोग ‘बाली जात्रा’ की फोटो देखेंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा। ओडिशा में जो लोग इकट्ठा हुए हैं, उनके शरीर भले ही वहाँ हैं, लेकिन मन यहाँ है।”
प्रधानमंत्री ने साथ ही यहाँ आकर बसे भारतीयों की उपलब्धियों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनत्व के विषय में भारत की तारीफ होती है, लेकिन इंडोनेशिया के लोगों में भी अपनत्व कम नहीं है। उन्होंने याद किया कि पिछली बार जब वो जकार्ता आए थे तब इंडोनेशिया के लोगों ने जो स्नेह और प्यार दिया, वह उन्होंने महसूस किया था। बकौल पीएम मोदी, बहुत सी चीजे हैं जिसे भारत और इंडोनेशिया ने अब तक सँजो कर रखा है। बाली की ये भूमि महर्षि मार्कण्डेय और महर्षि अगस्त्य के तप से पवित्र है।”
उन्होंने कहा, “भारत में अगर हिमालय है, तो बाली में अगुंग पर्वत है। भारत में अगर गंगा हैं, तो बाली में तीर्थ गंगा है। हम भी भारत में हर शुभ कार्य का श्रीगणेश करते हैं। यहाँ भी श्री गणेश घर-घर विराजमान हैं और सार्वजनिक स्थानों पर शुभता फैला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि बाली के लोगों की जैसी आस्था महाभारत के लिए है, भारत में लोगों की आत्मीयता बाली के लोगों के लिए भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम राम मंदिर की नींव रखते हैं तो इंडोनेशिया की रामायण परंपरा को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले जब रामायण फेस्टिवल का आयोजन हुआ था, यहाँ से कई कलाकार भारत आए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की प्रतिभा, भारत की टेक्नोलॉजी, भारत का इनोवेशन, भारत का उद्योग इन सब ने दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है। आज दुनिया की बहुत सी बड़ी कंपनियाँ ऐसी हैं जिनके CEO भारत के हैं। आज दुनिया के 10 यूनिकॉर्न बनते हैं तो उनमें से एक भारत का होता है।
Prime Ministers @narendramodi and @RishiSunak in conversation during the first day of the @g20org Summit in Bali. pic.twitter.com/RQv1SD87HJ
— PMO India (@PMOIndia) November 15, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब भारत कुछ छोटा सोचता ही नहीं है और 2014 के बाद से भारत ने अमेरिका की कुल जनसंख्या जितनी है, उतने बैंक खाते खोले हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 2014 के बाद से हमने 3 करोड़ घर बनाए हैं, इसका मतलब है कि हमने इतने घर बनाए हैं कि ऑस्ट्रेलिया के हर नागरिक को उसका घर मिल जाए।
वहीं उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक से प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली मुलाकात है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन में हुई राजनीतिक अस्थिरता और लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद अक्टूबर में कंजरवेटिव पार्टी के प्रमुख और यूके के प्रधानमंत्री बने।