प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के चुनावी अभियान को धार देते हुए दिल्ली स्थित कड़कड़डूमा में विशाल जनसभा को संबोधित किया। पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पहले ही प्रचार अभियान में लगा चुकी है। अमित शाह घर-घर जाकर पर्चे बाँट रहे हैं और कार्यकर्ताओं के घर भोजन कर रहे हैं। अब पीएम मोदी की रैली से भाजपा कैडर के भीतर नए जोश का संचार हुआ है। पीएम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने बता दिया है कि वो किस दिशा में सोच रहे हैं।
पीएम मोदी ने शाहीन बाग़ में चल रहे प्रदर्शन के बारे में कहा कि यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि सोचा-समझा प्रयोग है। उन्होंने कहा कि ये राष्ट्र की सौहार्दता को खंडित करने का एक कुत्सित प्रयास है। उन्होंने कहा कि संविधान और तिरंगे को सामने रखते हुए ज्ञान बॉंटा जा रहा है और असली साजिश से ध्यान हटाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये चुनाव दिल्ली के इसी गौरव को 21वीं सदी की पहचान और शान देने के संकल्प का है। ये चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि भाजपा नेगेटिविटी में नहीं बल्कि पॉजिटिविटी में भरोसा रखती है। कच्ची कॉलोनियों को पक्का करने के केंद्र सरकार के फ़ैसले का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि दिल्ली के 40 लाख से अधिक लोगों, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोग हैं, उन्हें उनके जीवन की सबसे बड़ी चिंता से भाजपा सरकार ने मुक्त किया है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के घोषणा-पत्र की भी बात की। बकौल पीएम मोदी, पक्की की गई कॉलोनियों के तेज विकास के लिए डेवलपमेंट बोर्ड बनाया जाएगा। जहाँ झुग्गी है वहाँ पक्का घर भी बनेगा। झुग्गी में रहने वाले परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेज़ी से काम किया जाएगा। केजरीवाल सरकार को घेरते हुए मोदी ने कहा कि पिछले 5 साल में इतना सारा काम देश में हुआ, गरीबों को रहने के लिए घर मिले, लेकिन दिल्ली की सरकार यहाँ के गरीबों को रहने के लिए घर नहीं देना चाहती। उन्होंने आगे कहा:
“पिछले 5 वर्षों में 2 करोड़ घर केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए देशभर में बनाए। इनमें से एक भी घर दिल्ली सरकार की वजह से यहाँ नहीं बन पाया। जब तक ये लोग बैठे रहेंगे, तब तक ये दिल्ली के लोगों की भलाई के कामों में रोड़े अटकाते ही रहेंगे। ये लोग रुकावट डालते रहेंगे। आम आदमी पार्टी के लोग सिवाय राजनीति के कुछ जानते ही नहीं हैं। पहली बार, देश को लोकपाल भी मिला। देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन और इतनी बड़ी-बड़ी बातें की गई थी, उन सबका क्या हुआ?”
पहले की सरकारों ने कैसे-कैसे देश को उलझाकर रखा था।
— BJP (@BJP4India) February 3, 2020
ये फैसले पहले भी लिए जा सकते थे, ये समस्याएं पहले भी सुलझाई जा सकती थीं।
लेकिन जब स्वार्थ नीति ही राजनीति का आधार हो, तो फैसले टलते भी हैं और अटकते भी हैं: पीएम मोदी #DelhiWithModi pic.twitter.com/0gn8A9oF75
पीएम मोदी ने सवाल दागा कि सीएए से हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को नागरिकता का अधिकार कितने साल बाद मिला? उन्होंने आगे पूछा कि शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल कितने साल बाद बना? 1984 के सिख नरसंहार में दोषियों को सज़ा कितने साल बाद मिली? वायुसेना को नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान कितने साल बाद मिला? बेनामी संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ? इन्हीं सवालों के जवाब देते हुए पीएम मोदी ने बताया कि इन कार्यों में क्रमशः 70, 60, 50, 34, 35 और 28 साल का लंबा समय लगा।
केंद्र सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की सफलता के आँकड़ों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि पहली बार 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली। पहली बार 10 करोड़ गरीब परिवारों तक टॉयलेट की सुविधा पहुँची। उन्होंने आगे बताया कि पहली बार 8 करोड़ गरीब महिलाओं की रसोई में गैस का मुफ्त कनेक्शन पहुँचा। 5 लाख रुपए तक की वार्षिक आय पर इनकम टैक्स जीरो किए जाने वाले फ़ैसले की भी पीएम मोदी ने चर्चा की। उन्होंने याद दिलाया कि सामान्य वर्ग के ग़रीबों को आरक्षण देने का काम इसी सरकार ने किया है। उन्होंने जानकारी दी कि साढ़े 3 लाख संदिग्ध कंपनियों की पहचान कर उन पर ताला जड़ दिया गया है।
शनिवार को जो बजट आया है, वो इस साल के लिए ही नहीं बल्कि इस पूरे दशक को दिशा देने वाला है।
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इस बजट का लाभ दिल्ली के नौजवानों, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, निम्म मध्यम वर्ग, गरीबों और यहां की महिलाओं, सभी को होगा: पीएम मोदी #DelhiWithModi pic.twitter.com/xXJOW4nVZl
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए ताज़ा बजट की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि इस बजट में इसका भी ध्यान रखा गया है कि मध्यम वर्ग के करदाताओं के हाथ में ज्यादा पैसे बचे। उन्होंने व्यापारियों के लिए किए गए कार्यों को गिनाते हुए कहा कि अब हरियाणा या यूपी सामान भेजना हो या वहाँ से मँगवाना हो तो दिल्ली के व्यापारियों की दिक्कतें कम हुई हैं, क्योंकि जीएसटी से सारे चुंगी और चेकपोस्ट ख़त्म हो गए हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान नीतीश कुमार की दिल्ली में हुई रैली की भी चर्चा की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने दिल्ली में रैली करते हुए कहा था कि केजरीवाल सरकार ने बिहार से दिल्ली तक बसें चलाने की अनुमति नहीं दी, जिस कारण यात्रियों को गाजियाबाद उतरना पड़ता है। पीएम मोदी ने बताया कि वो ‘नीतीश बाबू’ को सुन रहे थे और इससे पता चलता है कि दिल्ली सरकार यूपी-बिहार के लोगों के प्रति हीन भावना रखती है।