पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार (24 मई, 2022) को ऐलान किया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को उनके पद से हटा दिया गया है। भ्रष्टाचार में घिरे मंत्री को लेकर AAP की फजीहत होने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया। विजय सिंगला को पंजाब पुलिस की एंटी-करप्शन सेल ने गिरफ्तार किया है। एक टेंडर के दौरान उन पर किकबैक माँगने का मामला सामने आया है। विपक्ष भी इस मामले को लेकर AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमलावर है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार में संलिप्त थे और पुलिस-प्रशासन के पास इसके सबूत भी हैं। विजय सिंगला पर आरोप है कि वो राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए जा रहे टेंडरों में 1% कमीशन ले रहे थे। हालाँकि, भगवंत मान अपनी फजीहत बचाने के लिए ये कह रहे हैं कि सरकार भ्रष्टाचार सम्बंधित गतिविधियों से दूर रहे। उन्होंने कहा कि कड़ी कार्रवाई करते हुए वो मंत्री को पद से हटा रहे हैं। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने कई रैलियों में ‘पंजाब में 10 दिन में भ्रष्टाचार ख़त्म हो गया’ जैसी बातें की थीं।
भगवंत मान ने कहा, “मंत्री विजय सिंगला के भ्रष्टाचार सम्बंधित गतिविधियों में शामिल होने के पुख्ता सबूत हमें मिले हैं। मुझे इसकी कोई परवाह नहीं कि विपक्षी पार्टियाँ ये कह कर इसका इस्तेमाल हम पर निशाना साधने के लिए करें कि सरकार बनने के 2 महीने के भीतर ही एक मंत्री को भ्रष्टाचार के कारण हटाना पड़ा। मुद्दा ये है कि हम अनाचार में किसी की भी संलिप्तता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारे पार्टी के राष्ट्रीय संयोजन ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने याद दिलाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसे ही 2015 में दिल्ली के एक मंत्री को हटा दिया था, जब उस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। बता दें कि तब अरविंद केजरीवाल ने लाइव टीवी पर फ़ूड एंड सिविल सप्लाइज मंत्री रहे वसीम अहमद खान को हटाने का ऐलान कर दिया था। भगवंत मान ने AAP को एक ईमानदार पार्टी बताते हुए कहा कि सिंगला ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। बता दें कि पंजाब के मनसा विधानसभा क्षेत्र से विजय सिंगला ने कॉन्ग्रेस उम्मीदवार गायक सिद्धू मूसेवाला को हराया था।
Punjab health minister Vijay Singla arrested after CM sacks him for corruption @RaviVasudeva https://t.co/ScZSe3c0Me
— Hindustan Times (@HindustanTimes) May 24, 2022
उन्हें इस पंजाब विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा वोट मिले थे। साथ ही पिछले 3 दशकों में ऐसा पहली बार हुआ था, जब मनसा से कोई मंत्री राज्य की कैबिनेट में था। AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भी अपनी पार्टी की ‘सत्यनिष्ठा, साहस और न्याय’ की बात करते हुए इस फैसले के लिए पंजाब सरकार की पीठ थपथपाई। मान ने कहा कि पिछले मुख्यमंत्रियों ने रेत खनन जैसे मामलों में दागियों पर एक्शन नहीं लिया, जबकि उन्हें पता था कि कौन-कौन इसमें शामिल हैं।