एग्जिट पोल्स के सामने आने के साथ ही पंजाब में कॉन्ग्रेस की अंदरूनी कलह भी खुल कर सतह पर आने लगी है। मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को महत्वकांक्षी बताए जाने के बाद अब उनकी कैबिनेट के एक अन्य मंत्री ने भी सिद्धू पर निशाना साधा है।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्मा मोहिंद्रा ने राज्य के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते हुए पार्टी हाईकमान से उन पर कार्रवाई करने की माँग की है। मोहिंद्रा ने कहा कि पार्टी आलाकमान इस पर गंभीरता से निर्णय ले। बता दें कि सिद्धू दम्पति मुख्यमंत्री पर हमलावर है और नवजोत कौर ने कहा था कि मुख्यमंत्री के कारण ही उन्हें टिकट नहीं मिला।
अभी हाल ही में नवजोत सिंह की पत्नी नवजोत कौर ने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू से पंजाब में इसलिए प्रचार नहीं कराया जा रहा है क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ऐसा नहीं चाहते हैं। बता दें कि मीडिया में ख़बर यह आई थी कि सिद्धू के गले में समस्या है, जिसका इलाज चल रहा है, इसलिए वह प्रचार से दूर हैं। ख़बरों पर गौर करें तो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कई मसलों पर मतभेद बना रहता है। इसके बाद नवजोत कौर ने कहा कि कॉन्ग्रेस पार्टी को सिद्धू की जरूरत ही नहीं है, इसीलिए उनसे पंजाब में प्रचार नहीं कराया जा रहा है।
मंत्री मोहिंद्रा ने सिद्धू पर पीठ में छुरा घोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बेवक़्त बयान देते जा रहे हैं। उन्होंने सिद्धू के बारे में कहा कि वो सिर्फ़ 2 सालों से ही कॉन्ग्रेस में हैं और अपना नियम झाड़ते हुए अपना अजेंडा लागू करना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धू भूल गए हैं कि वह भाजपा में नहीं बल्कि अब कॉन्ग्रेस में हैं, जहाँ कई मंचों पर अपनी बात रखी जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह कैबिनेट के अन्य साथियों को सिद्धू के ख़िलाफ़ पत्र लिखेंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर पंजाब सरकार में घमासान लगातार जारी हैhttps://t.co/aFRgdFEV3i
— News18 India (@News18India) May 20, 2019
सिद्धू की पत्नी ने मुख्यमंत्री अमरिंदर पर उनका टिकट काटने के आरोप भी लगाए थे। कैप्टेन ने इन आरोपों को बकवास बताया था। नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था, “सिद्धू मेरी जगह सीएम बनना चाहते हैं। सिद्धू कॉन्ग्रेस की छवि बिगाड़ रहे हैं, पार्टी को उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए। अगर वह असली कॉन्ग्रेसी होते तो वह अपनी शिकायतों के लिए पंजाब चुनाव का वक्त नहीं चुनते।”
कैप्टेन ने साथ ही कॉन्ग्रेस आलाकमान कर अनुशासनहीनता बर्दाश्त न करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि यह पार्टी हाईकमान तय करेगा कि क्या कार्रवाई करनी है? सिद्धू को बचपन से जानने की बात करते हुए कैप्टेन ने कहा था कि उन्हें सिद्धू से कोई निजी दुश्मनी नहीं है। कैप्टेन ने कहा था कि सिद्धू संभवतः महत्वकांक्षी हैं और वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
पंजाब कॉन्ग्रेस की कलह और भी खुल कर सामने आ सकती है क्योंकि कहा जा रहा है कि नेता चुनाव परिणाम के इन्तजार में बैठे हैं। चुनाव परिणाम आते ही कई अन्य ऐसे मंत्री हैं, जो सिद्धू के ख़िलाफ़ मुखर होकर अपनी बात रख सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने कॉन्ग्रेस के लिए राज्य में ताबड़तोड़ सभाएँ की है।