पंजाब सरकार के पशुपालन मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने योगगुरु रामदेव को लेकर विवादित बयान दिया है। कॉन्ग्रेस नेता ने अंडे की सरप्लस उत्पादन के बावजूद खपत नहीं बढ़ने पर योगगुरु से अंडे खाने की अपील की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंडा दिवस पर कहा कि यदि बाबा रामदेव सार्वजनिक रूप से टेलीवीजन पर अंडा खा लें तो उनके समर्थक भी उसे शाकाहारी मानकर खाने लगेंगे। इसके अलावा उनका मानना है कि भारत में धर्म कई समस्याओं की वजह है।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंडा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगर बाबा रामदेव टीवी पर अंडे बेचना शुरू कर दें तो लोग उसे जरूर खाना शुरू कर देंगे और इसकी इतनी सेल बढ़ जाएगी जिसका मुकाबला अमिताभ बच्चन भी नहीं कर पाएँगे।
Religious leaders should promote egg as veg: Tript Rajinder Singh Bajwa https://t.co/ftVwoywJQS
— TOI Cities (@TOICitiesNews) October 12, 2019
उन्होंने इस कार्यक्रम में अंडे को प्रमोट करने के लिए कहा कि अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी, इसे लेकर बहुत सी राय हैं। कई लोग इसे शाकाहारी मानते हैं तो कई लोग इसे मांसाहारी मानते हैं। भारत में धर्म कई समस्याओं की वजह हैं। देश में अंडे की मार्केटिंग सरप्लस है, लेकिन इसके बावजूद मार्केटिंग की समस्या है।
इसलिए, उन्होंने शंकराचार्य और अन्य हिन्दू धार्मिक नेताओं से अपील की है कि वो स्पष्ट करें कि अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी। उनका कहना है कि ये लोग जैसा कहेंगे लोग वैसा ही मानेंगे।
कॉन्ग्रेस नेता का मानना है कि अंडे की प्रकृति स्पष्ट करने से काफी दिक्कतें दूर हो जाएँगी। बाजवा के अनुसार, बहुत से ऐसे लोग हैं जो अंडा खाना चाहते हैं, लेकिन वह इसको मांसाहारी समझकर नहीं खाते।
नई खोज का हवाला देते हुए उन्होंने ये भी बताया कि ये सिद्ध हो चुका है कि अंडे जीवित सैल में नहीं आते। उन्होंने मुर्गी पालकों को इस दौरान भरोसा भी दिलाया कि वो अंडे को मिड डे मील का हिस्सा बनाने संबंधी अपील को राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह के समक्ष रखेंगे।
इस कार्यक्रम में आए सभी लोगों द्वारा अंडे पर विचार प्रस्तुत किए गए, लेकिन जब पशुपालन मंत्री को इस पर बोलने के लिए बुलाया गया तो उन्होंने योगगुरू बाबा रामदेव और धर्म को लेकर विवादित बयान दे डाला।