पंजाब में सियासी संग्राम के बीच गुरुवार (11 नवंबर 2021) को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों और सीमा में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया। इस दौरान सदन के भीतर ही नवजोत सिंह सिद्धू का अकाली दल के नेताओं के साथ जमकर तीखी बहस हुई और हाथापाई होते-होते रह गई।
सत्र के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल के नेताओं को नशे का सौदागर कह दिया। चन्नी के इस बयान से अकाली दल के विधायक भड़क गए। उसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली दल के नेता आमने-सामने हो गए और बात हाथापाई तक पहुँचते-पहुँचते रह गई।
इस बीच अब नवजोत सिंह सिद्धू का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह झड़प जानबूझकर की गई, क्योंकि विपक्ष डरा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि चन्नी सरकार पंजाब के लोगों के विकास के लिए काम कर रही है और अगले पाँच साल के विकास को ध्यान में रखते हुए योजनाएँ तैयार की गई हैं।
Today’s ruckus in Punjab Assembly was deliberate as Opposition is scared. The Channi govt, Punjab Congress are working for the people…Whatever announcement has been made is a vision for the next 5 years, not just 2-3 months: Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu pic.twitter.com/kgDWsjHGhW
— ANI (@ANI) November 11, 2021
उन्होंने विपक्ष पर सरकार के कामकाज से लोगों के ध्यान को भटकाने का आरोप लगाते हुए राज्य पर भारी कर्ज की ओर ध्यानाकर्षण करने की कोशिश की। सिद्धू ने दावा किया कि हालात इतने भयावह हैं कि अगर ये नहीं सुधरे तो गृहयुद्ध जैसी स्थिति आ जाएगी।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बिल पास
वहीं, पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव को पास किया है। इसको लेकर पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह ने कहा कि कॉन्ग्रेस की सरकार रहते पंजाब में केंद्रीय कृषि कानूनों को लागू नहीं होने दिया जाएगा। कृषि कानून पर बहस के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली दल पर निशाना साधा। उनका कहना है कि यह इतना अधिक महत्वपूर्ण मुद्दा है कि इसकी वजह से अब तक 600 किसानों की जान जा चुकी है।
इसके अलावा पंजाब विधानसभा ने आज केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से 50 किलोमीटर किए जाने के फैसले के खिलाफ भी एक प्रस्ताव पास किया।
Punjab Assembly unanimously passed a resolution against Centre’s decision to extend the jurisdiction of the BSF to a 50 km belt along the international border in the State. We are committed to protect Punjab and if required will approach SC in this matter: Punjab CM
— ANI (@ANI) November 11, 2021
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इसको लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि उनकी सरकार पंजाब की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन जरूरत पड़ी तो केंद्र के इस फैसले के खिलाफ वे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएँगे।