कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) द्वारा ‘समुद्र के किसानों’ के लिए अलग से मंत्रालय वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चुटकी लेते हुए इतालवी भाषा में ट्वीट किया है। राहुल गाँधी ने एक रैली में कहा था कि मछुआरों के लिए मंत्रालय क्यों नहीं है। इस पर गिरिराज सिंह ने कई ट्वीट किए, जिनमें से एक ट्वीट इटालियन में था और यह ट्विटर पर जमकर वायरल भी हो रहा है।
इस ट्वीट में गिरिराज सिंह ने लिखा कि इटली में मत्स्य विभाग के लिए कोई अलग मंत्रालय नहीं है, वहाँ पर यह विभाग कृषि और वन मंत्रालय के अधीन आता है। गिरिराज सिंह ने ट्वीट के साथ इटली के कृषि एवं वन मंत्रालय की वेबसाइट का लिंक भी शेयर कर दिया।
Caro Raul (@RahulGandhi),
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021
Non esiste un Ministero della pesca separato in Italia. Viene sotto Ministero delle Politiche Agricole e Forestali. https://t.co/Lv9x3r8ozK
एक और ट्वीट कर उन्होंने कहा, “राहुल जी! आपको इतना तो पता ही होना चाहिए कि 31 मई, 2019 को ही मोदी जी ने नया मंत्रालय बना दिया और 20,050 करोड़ रुपए की महायोजना (PMMSY) शुरू की, जो आज़ादी से लेकर 2014 के केंद्र सरकार के खर्च (3682 करोड़) से कई गुना ज़्यादा है।”
राहुल जी ! आपको इतना तो पता ही होना चाहिए कि 31 मई,2019 को ही मोदी जी ने नया मंत्रालय बना दिया।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021
और 20050 Cr रुपए की महायोजना (PMMSY) शुरू की जो आज़ादी से लेकर 2014 के केन्द्र सरकार के खर्च (3682 cr) से कई गुना ज़्यादा है। https://t.co/eV39avbeDt
अपने दूसरे ट्वीट में गिरिराज सिंह ने कहा, “राहुल जी! मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएँ या मुझे जहाँ बुलाएँ, मैं आ जाता हूँ। मैं आपको नए फ़िशरीज मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुडुचेरी में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताता हूँ।”
राहुल जी!
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021
मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएँ या मुझे जहाँ बुलाएँ,मैं आ जाता हूँ। मैं आपको नए फ़िशरी मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुदुच्चेरी में चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में बताता हूँ। https://t.co/eV39avbeDt
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बयान देते हुए कहा, “PM ने 2019 में फिशरीज, पशुपालन, डेयरी के लिए अलग मंत्रालय बनाया। मैं मंत्री के रूप में काम कर रहा हूँ। पुडुचेरी में काम चल रहा है। राहुल गाँधी को नहीं पता इसका अलग विभाग है। मैं उन्हें बता दूँगा।”
PM ने 2019 में फिशरीज, पशुपालन, डेयरी के लिए अलग मंत्रालय बनाया। मैं मंत्री के रूप में काम कर रहा हूं। पुडुचेरी में काम चल रहा है। राहुल गांधी को नहीं पता इसका अलग विभाग है। मैं उन्हें बता दूंगा: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, राहुल गांधी द्वारा फिशरीज के लिए अलग विभाग बनाने पर pic.twitter.com/o5sienNuQY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2021
उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गाँधी इटली से बाहर निकल नहीं पाते। उनके दिमाग में सिर्फ इटली रहता है। वे किसानों को भ्रम में डालने का काम कर रहे हैं। उन्हें गेहूँ और जौ में फर्क नहीं पता, उन्हें बाछी और बाछा में फर्क नहीं पता। उनके कारण देश की बदनामी पूरी दुनिया में हो रही है।”
राहुल गांधी इटली से बाहर निकल नहीं पाते। उनके दिमाग में सिर्फ इटली रहता है। वे किसानों को भ्रम में डालने का काम कर रहे हैं। उन्हें गेहूं और जौ में फर्क नहीं पता, उन्हें बाछी और बाछा में फर्क नहीं पता उनके कारण देश की बदनामी पूरी दुनिया में हो रही है: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह pic.twitter.com/bvz0u3Kr5h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2021
बता दें कि पुडुचेरी में अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 4 दिनों की यात्रा के लिए वहाँ पहुँचे राहुल गाँधी ने तीनों कृषि कानूनों को मछुआरों और मत्स्य पालकों से जोड़ दिया और कहा कि उनके लिए कोई मंत्रालय नहीं। लेकिन, इस दौरान जानकारी के अभाव में उन्होंने अपनी ही किरकिरी कराने वाली बात कह दी।
राहुल गाँधी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उन किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून पारित कर दिए, जो इस देश की रीढ़ हैं। उन्होंने आगे कहा, “आप लोग सोच रहे होंगे कि मछुआरों की बैठक में मैं किसानों की बात क्यों कर रहा हूँ। असल में मैं आप लोगों को समुद्र का किसान मानता हूँ। अगर किसानों के लिए दिल्ली में अलग से मंत्रालय हो सकता है तो फिर समुद्र के किसानों के लिए क्यों नहीं?”
सच्चाई ये है कि मत्स्य पालन और बाजार के लिए पहले से ही विभाग है और ये ‘पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन’ मंत्रालय के अंतर्गत आता है। वर्तमान में बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह इसके मंत्री हैं। सरकार मत्स्य पालन से जुड़े किसानों के लिए ‘प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना’ भी लेकर आई है। यही विभाग अंतर्देशीय तथा समुद्री मत्स्यन व मात्स्यिकी से जुड़े मामलों को भी देखता है। इस हिसाब से समुद्री मछुआरों के हित भी इसी में आते हैं।