Monday, November 18, 2024
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गिरिराज सिंह ने इतालवी में लिख ‘समुद्री किसानों’ के चिंतक राहुल गाँधी के लिए मजे, कहा- देश की बदनामी करवाते हैं

राहुल गाँधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि मुझे यह देखकर दुख हुआ कि राहुल गाँधी इटली से बाहर नहीं आ सकते हैं।

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) द्वारा ‘समुद्र के किसानों’ के लिए अलग से मंत्रालय वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चुटकी लेते हुए इतालवी भाषा में ट्वीट किया है। राहुल गाँधी ने एक रैली में कहा था कि मछुआरों के लिए मंत्रालय क्यों नहीं है। इस पर गिरिराज सिंह ने कई ट्वीट किए, जिनमें से एक ट्वीट इटालियन में था और यह ट्विटर पर जमकर वायरल भी हो रहा है।

इस ट्वीट में गिरिराज सिंह ने लिखा कि इटली में मत्स्य विभाग के लिए कोई अलग मंत्रालय नहीं है, वहाँ पर यह विभाग कृषि और वन मंत्रालय के अधीन आता है। गिरिराज सिंह ने ट्वीट के साथ इटली के कृषि एवं वन मंत्रालय की वेबसाइट का लिंक भी शेयर कर दिया।

एक और ट्वीट कर उन्होंने कहा, “राहुल जी! आपको इतना तो पता ही होना चाहिए कि 31 मई, 2019 को ही मोदी जी ने नया मंत्रालय बना दिया और 20,050 करोड़ रुपए की महायोजना (PMMSY) शुरू की, जो आज़ादी से लेकर 2014 के केंद्र सरकार के खर्च (3682 करोड़) से कई गुना ज़्यादा है।”

अपने दूसरे ट्वीट में गिरिराज सिंह ने कहा, “राहुल जी! मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएँ या मुझे जहाँ बुलाएँ, मैं आ जाता हूँ। मैं आपको नए फ़िशरीज मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुडुचेरी में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताता हूँ।”

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बयान देते हुए कहा, “PM ने 2019 में फिशरीज, पशुपालन, डेयरी के लिए अलग मंत्रालय बनाया। मैं मंत्री के रूप में काम कर रहा हूँ। पुडुचेरी में काम चल रहा है। राहुल गाँधी को नहीं पता इसका अलग विभाग है। मैं उन्हें बता दूँगा।”

उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गाँधी इटली से बाहर निकल नहीं पाते। उनके दिमाग में सिर्फ इटली रहता है। वे किसानों को भ्रम में डालने का काम कर रहे हैं। उन्हें गेहूँ और जौ में फर्क नहीं पता, उन्हें बाछी और बाछा में फर्क नहीं पता। उनके कारण देश की बदनामी पूरी दुनिया में हो रही है।”

बता दें कि पुडुचेरी में अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 4 दिनों की यात्रा के लिए वहाँ पहुँचे राहुल गाँधी ने तीनों कृषि कानूनों को मछुआरों और मत्स्य पालकों से जोड़ दिया और कहा कि उनके लिए कोई मंत्रालय नहीं। लेकिन, इस दौरान जानकारी के अभाव में उन्होंने अपनी ही किरकिरी कराने वाली बात कह दी।

राहुल गाँधी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उन किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून पारित कर दिए, जो इस देश की रीढ़ हैं। उन्होंने आगे कहा, “आप लोग सोच रहे होंगे कि मछुआरों की बैठक में मैं किसानों की बात क्यों कर रहा हूँ। असल में मैं आप लोगों को समुद्र का किसान मानता हूँ। अगर किसानों के लिए दिल्ली में अलग से मंत्रालय हो सकता है तो फिर समुद्र के किसानों के लिए क्यों नहीं?”

सच्चाई ये है कि मत्स्य पालन और बाजार के लिए पहले से ही विभाग है और ये ‘पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन’ मंत्रालय के अंतर्गत आता है। वर्तमान में बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह इसके मंत्री हैं। सरकार मत्स्य पालन से जुड़े किसानों के लिए ‘प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना’ भी लेकर आई है। यही विभाग अंतर्देशीय तथा समुद्री मत्स्यन व मात्स्यिकी से जुड़े मामलों को भी देखता है। इस हिसाब से समुद्री मछुआरों के हित भी इसी में आते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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