महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापटक के बीच पुणे के हडपसर इलाके में सोमवार (27 जून 2022) को उद्धव ठाकरे के समर्थकों ने एकनाथ शिंदे खेमे के विधायकों की शव यात्रा निकाली। उन्होंने अमर धाम श्मशान घाट पर शिवसेना के बागी विधायकों के पुतले का अंतिम संस्कार भी किया। समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इसमें आप देख सकते हैं अमर धाम श्मशान घाट के बाहर उद्धव के समर्थक बागी नेताओं का पुतला जला रहे हैं। एक तस्वीर में समर्थकों की भीड़ के पीछे एम्बुलेंस भी आती हुई दिखाई दे रही है।
साथ ही एक निर्दलीय विधायक के दफ्तर पर हमले ही खबर भी सामने आई है। गोंदिया से निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल के दफ्तर पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया और जम कर तोड़फोड़ मचाई। इसका वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।
#WATCH | Shiv Sena workers vandalised the office of Gondia's Independent MLA Vinod Agrawal, in Gondia today.#MaharashtraPoliticalCrisis
— ANI (@ANI) June 27, 2022
(Source: CCTV) pic.twitter.com/0uCUk1uHXP
Maharashtra | Shiv Sena workers from the Hadapsar area of Pune took out a symbolic funeral procession & performed the last rites of the rebel party MLAs at the Amar Dham crematorium. pic.twitter.com/tSiaKO3l6N
— ANI (@ANI) June 27, 2022
शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत द्वारा पार्टी के बागी विधायकों को लेकर विवादित बयान देने के बाद यह शव यात्रा निकाली गई है। उन्होंने रविवार (26 जून 2022) को कहा था कि गुवाहाटी से 40 लाशें आएँगी और महाराष्ट्र विधानसभा में उनका पोस्टमॉर्टेम होगा। संजय रावत के शब्दों में, “ये जो 40 लोग हैं, ये ज़िंदा लाश हैं। मुर्दा हैं। उनके शव यहाँ आएँगे। उनकी आत्मा मरी हुई है। ये 40 लोग जब उतरेंगे तो मन से ये ज़िंदा नहीं रहेंगे। उन्हें पता है कि ये तो आग लगी है, इससे क्या हो सकता है।” इसके साथ ही संजय राउत ने उन विधायकों को धमकी भी दी थी कि वो महाराष्ट्र आकर दिखाएँ।
संजय राउत के विवादित बयान पर एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने आपत्ति जताते हुए उन पर धमकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि यह बगावत नहीं बल्कि, महाराष्ट्र की जनता ये चाहती है। गुवाहाटी से शव लाने से उनका (संजय राउत) क्या मतलब है? यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। उन्हें दूसरे लोगों को धमकाना चाहिए, लेकिन हमें नहीं।
बता दें कि महाराष्ट्र में सियासी तकरार को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज शिंदे गुट को बड़ी राहत दी। कोर्ट ने अयोग्य ठहराए जाने वाले नोटिस पर जवाब देने के लिए उन्हें अब 12 जुलाई की शाम 5:30 तक का समय दे दिया है। जबकि डिप्टी स्पीकर को इस मामले में कोई भी राहत ना देते हुए आज ही जवाब देने को कहा गया।