सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को ट्विटर पर लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। दरअसल, उन्होंने ग़लती ही ऐसी की थी, जिससे वो ख़ुद को ट्विटर पर ट्रोल होने से बचा नहीं सके। आज रविवार (मई 12, 2019) को छठे चरण का मतदान संपन्न हुआ। इस दौरान दिल्ली की सभी सात सीटों पर भी मतदान हुआ। इस दौरान रॉबर्ट वाड्रा और उनकी पत्नी एवं कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी लोधी एस्टेट स्थित मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अन्य कई लोगों व सेलेब्स की तरह रॉबर्ट वाड्रा ने भी मतदान करने के बाद सेल्फी पोस्ट की, लेकिन इसमें उन्होंने भारत के झंडे की जगह पराग्वे का झंडा प्रयोग कर दिया। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे नोटिस किया और अंततः वह जमकर ट्रोल हुए।
Our right our strength !!
— Robert Vadra (@irobertvadra) May 12, 2019
Everyone must step out n vote … we need all support, to create a combined future for our loved ones, n for a secular, safe, productive future for our country. ?? ? #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/pEeS0f8W5a
दरअसल, रॉबर्ट वाड्रा ने जो झंडा पोस्ट किया, उसमें भी भारतीय झंडे की तरह तीन रंग हैं। दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे के इस झंडे में भारत के झंडे की तरह ही ऊपर केसरिया और बीच में सफ़ेद रंग है। इतना ही नहीं, भारत के झंडे की तरह इसके बीचोंबीच भी एक चक्र स्थित है। लेकिन, इस झंडे में नीचे का रंग नीला है, जो भारतीय झंडे से बिलकुल अलग है। भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे नीचे हरा रंग होता है। वाड्रा ने अपनी सेल्फी में पराग्वे का झंडा ट्वीट करते हुए लिखा, “हमारा अधिकार, हमारी ताकत! आप सबको बाहर आना चाहिए और वोट डालना चाहिए। अपने प्रिय लोगों के सम्मिलित भविष्य, सेक्युलर, प्रोडक्टिव और देश के सुरक्षित भविष्य के लिए हमें आपके सहयोग की जरूरत है।” ट्रोल होने के बाद वाड्रा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन तकनीक के समय में स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा के कारण बेचारे वाड्रा बच नहीं पाए।
ट्विटर पर लोगों ने वाड्रा को ट्रोल करते हुए लिखा कि वह ऐसे व्यक्ति हैं जो भारत और किसी अन्य देश के झंडे में फ़र्क़ नहीं कर सकते हैं। कई लोगों ने वाड्रा की समझ पर भी सवाल खड़े किए। वाड्रा द्वारा इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। इसके बाद उन्होने एक दूसरा ट्वीट करते हुए उसमें भारतीय ध्वज का प्रयोग किया।
प्रियंका गाँधी के बेटे रेहान भी इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके। पहली बार वोट देने के योग्य हुए 19 वर्षीय रेहान द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग न कर पाने के बारे में बोलते हुए प्रियंका गाँधी ने कहा कि चूँकि वह अपनी परीक्षा के लिए लंदन गया हुआ है, इसीलिए उसने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले हुई एक कॉन्ग्रेस की रैली में प्रियंका गाँधी और रॉबर्ट वाड्रा के बेटे-बेटी को मंच से हाथ हिलाते देखा गया था। इसके बाद ट्विटर पर यह चर्चा छिड़ गई थी कि क्या कॉन्ग्रेस नेतृत्व के भविष्य का चयन किया जा चुका है? अमेठी में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के नामांकन के दौरान भी रेहान को देखा गया था।
मतदान से पहले कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह पूरी तरह स्पष्ट है कि भाजपा हार रही है क्योंकि लोग पूरी तरह दुःखी एवं निराश हैं। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास के मुद्दे पर चर्चा करने की बजाए इधर-उधर की बातें कर रहे हैं। ख़ुद को कॉन्ग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त बताते हुए प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी को राहुल गाँधी की चुनौती स्वीकार करनी चाहिए और रोज़गार पर जवाब देना चाहिए।