कर्नाटक में हुए हिजाब विवाद के लिए बीजेपी और सरकार को जिम्मेदार बताते हुए उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने जहर उगला है। बर्क ने हिजाब को इस्लाम का अभिन्न अंग करार दिया और तर्क दिया कि जब लड़कियाँ हिजाब में रहती हैं तो उनका जिस्म ढंका रहता है और इससे मर्दों का मन नहीं मचलता। हिजाब पहनने से रेप की घटनाओं में कमी आएगी।
रिपब्लिक टीवी को दिए इंटरव्यू में सपा के मुस्लिम सांसद ने हिजाब को लेकर अलकायदा प्रमुख के बयान पर कहा, “ये तो अलकायदा वाले जानें, मुझे इससे मतलब नहीं है। हिजाब इस्लाम में जरूरी है और ये एक मजहबी मामला है। कोई सरकारी मसला नहीं है। इस पर सरकार या फिर कर्नाटक के लोगों ने जो भी किया है वो गलत है। इस्लाम कहता है कि जब एक लड़की जवान हो जाए तो वो पर्दे में रहनी चाहिए। अगर वो स्कूल या कॉलेज में हिजाब पहनकर जाती है तो उसमें क्या बुराई है। इस्लाम में हिजाब जरूरी है।”
हिजाब विवाद सरकार की साजिश है। इस तरह के मजहबी मुद्दों पर दखल देना सरकार का काम नहीं है। सपा सांसद ने आगे कहा, “मैं हिजाब के पक्ष में हूँ। इस्लाम कहता है कि लड़की को हिजाब में रहना चाहिए। अगर लड़की पर्दे में नहीं रहेगी तो उससे खतरा पैदा होता है। पर्दे में होगी तो उसके जिस्म का हिस्सा ढंका रहेगा। अन्यथा खुले हुए में लोग उसे बुरी नजर से देखेंगे। इससे हालात बिगड़ेंगे।”
बर्क ने यूरोपीय सभ्यता औऱ भारतीय सभ्यता की तुलना करते हुए कहा कि आज भी यहाँ महिलाएँ पर्दे में रहती हैं, जबकि यूरोप में तो सबकुछ खुला रहता है। सपा सांसद का दावा है कि अगर महिलाएँ पर्दे में रहेंगी तो इससे उनके खिलाफ होने वाले अत्याचार में कमी आएगी। हिजाब में रहने से बलात्कार, छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में कमी आएगी।
बाबर अली की हत्या का किया था समर्थन
इससे पहले शफीकुर्रहमान बर्क ने कुशीनर में बाबर अली की हत्या किए जाने का समर्थन किया था। बर्क ने कुतर्क दिया था कि भाजपा का समर्थन करना बाबर की गलती थी, उस पर बीजेपी की जीत का जश्न मनाना बड़ी गलती थी।