Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीतिपंजाब में अफीम की खेती... लेकिन नशा करेंगे समाप्त: किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी...

पंजाब में अफीम की खेती… लेकिन नशा करेंगे समाप्त: किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की ‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ लॉन्च

"उन चीजों की खेती की जाएगी, जिसकी माँग विदेश तक हो। पंजाब का विकास अफ़ीम की खेती से संभव है। अफीम नशा नहीं है। ये मज़ाक का मामला नहीं है, इसमें अच्छी कमाई होती है।"

किसान आंदोलन से चर्चित हुए गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने अपनी राजनैतिक पार्टी का एलान कर दिया है – ‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’। यह पार्टी पंजाब के सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस बात की घोषणा चढ़ूनी ने आज 18 दिसंबर (शनिवार) को प्रेस वार्ता के दौरान की है।

‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ की घोषणा चंडीगढ़ में की गई। इसी दौरान पार्टी के पदाधिकारी भी घोषित कर दिए गए। उन्होंने गरीबों की लड़ाई को प्रमुखता देने की बात कही। साथ ही पंजाब से नशा समाप्त करना प्राथमिकता बताया। उनके अनुसार वो हर समाज के गरीब तबके के लिए काम करेंगे। पार्टी के एजेंडे के हिसाब से वो जाति और धर्म की बात नहीं करेंगे।

गुरनाम सिंह चढ़ूनी के मुताबिक, “वर्तमान राजनीति प्रदूषित हो चुकी है। अब इसे बदला जाना चाहिए। सरकारें पूँजीपतियों के बारे में सोच रही हैं। उनके ही पक्ष में कानून बनाए जा रहे। किसी को भी गरीबों की फ़िक्र नहीं है। हमारी पार्टी केवल किसानों को टिकट देगी। फतेहगढ़ साहिब में एक किसान उम्मीदवार घोषित भी हो चुका है। हम फिलहाल पंजाब पर केंद्रित हैं। आने वाले समय में हरियाणा के चुनावों पर भी विचार किया जाएगा।”

अफीम की खेती… लेकिन नशा समाप्त!

‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आगे कहा, “उन चीजों की खेती की जाएगी, जिसकी माँग विदेश तक हो। पंजाब का विकास अफ़ीम की खेती से संभव है। अफीम नशा नहीं है। ये मज़ाक का मामला नहीं है, इसमें अच्छी कमाई होती है। किसानी के तौर-तरीकों में अब बदलाव की सख्त जरूरत है। हम चाहेंगे कि पंजाब में हर किसी के पास रोजगार हो। हमारे युवा उन्हीं अंग्रेजों के पास विदेश भाग रहे हैं, जिन्हें हमने देश से भगाया था। अब किसानों के साथ मजदूर और व्यापारी सबको साथ आना होगा।”

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि उनकी पार्टी का रजिस्ट्रेशन अभी नहीं हुआ है, न ही उन्हें चुनाव चिन्ह मिला है। भाजपा पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें देश बेचने की छूट नहीं दी जा सकती है। देश में गुंडाराज चल रहा है। उनके अनुसार अब राजनीति में वही रहेगा, जो सही काम करेगा।

‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ के पदाधिकारी और पार्टी प्रधान रिछपाल सिंह ने कहा, “राजनीति में आने का मकसद यही है कि लोहा लोहे को काटता है। राजनीति में खराब लोगों को हराना है और अच्छे लोगों को लाना है। पंजाब में किसानों की दुर्दशा की दोषी अकाली दल और कॉन्ग्रेस दोनों हैं। हर संघर्ष में पहले पंजाब आगे रहा है। इसलिए हमने मिशन पंजाब के तौर पर शुरूआत की है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -