जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का ‘पॉवर’ खत्म किए जाने के बाद राज्यसभा में बहस के दौरान कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने सरदार पटेल पर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा, ”हम समझते हैं कि नेहरू की वजह से कश्मीर हमारे पक्ष में आया। अगर रेडक्लिफ अवॉर्ड न होता और गुरदासपुर हमारे पास न होता और मैजॉरिटी का सिद्धांत माना जाता तो शायद यह राज्य हमारे पक्ष में न आता। उस वक्त सरदार पटेल होम मिनिस्टर थे और वही यहाँ 370 लेकर आए।”
सिब्बल के इस बयान के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया और भाजपा ने उनके बयान के मद्देनजर उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर भेजने की बात कही। इतना ही नहीं, सभापति वैंकया नाडडू ने भी कपिल सिब्बल को सलाह दी कि उन्हें जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के बारे में इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।
आर्टिकल 370 पर चर्चा के दौरान सरदार पटेल पर कपिल सिब्बल की टिप्पणी से हंगामाhttps://t.co/UpUPOWqDR7 via @NavbharatTimes #JammuAndKashmir #Article370 pic.twitter.com/OtXsHfMzTt
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गौरतलब है कि अपना बयान देते हुए सिब्बल सिर्फ़ यही नहीं रुके, उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि सरदार पटेल तो पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर को देने को तैयार हो गए थे। लेकिन कश्मीर के शासक अगर भारत में शामिल होना चाह रहे थे तो इसकी वजह नेहरू ही थे। उन्होंने मोदी सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम कहना चाहते हैं कि हमने कश्मीर जीता था और आप कश्मीर हार गए।”
सरदार पटेल पर होती इस तरह की टिप्पणी का भाजपा ने तीखा विरोध किया। भाजपा नेता और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य सचिव भूपेन्द्र यादव ने सिब्बल की टिप्पणी पर उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर निकालने की बात रखी। साथ ही उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस जम्मू-कश्मीर मसले पर सरदार पटेल को लेकर अपना मत स्पष्ट करे। सभापति वैंकया नायडू ने भी इस दौरान कॉन्ग्रेस नेता को समझाया कि उन्हें नेहरू-पटेल के बारे में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।
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बता दें कि कपिल सिब्बल ने इस बहस में ये भी कहा, “370 इतिहास पर धब्बा था या फिर हमारे संविधान की आत्मा को खत्म करने की कोशिश, ये तो इतिहास ही बताएगा।” इसके अलावा उन्होंने 370 हटाने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शाषित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले को जल्दबाजी बताया।