Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीति'आप सब की भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता': NCP अध्यक्ष बने रहेंगे शरद...

‘आप सब की भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता’: NCP अध्यक्ष बने रहेंगे शरद पवार, वापस लिया अपना इस्तीफा, प्रेस कॉन्फ्रेंस से नदारद रहे भतीजे अजित पवार

82 वर्षीय नेता ने कहा कि कौन उपस्थित है और कौन नहीं, ये सवाल ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं की भावनाओं और प्यार के कारण उन्होंने अपना फैसला बदला है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने NCP (राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी) के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। भारत सरकार में कृषि और रक्षा मंत्री रह चुके शरद पवार ने कहा कि वो कार्यकर्ताओं की भावनाओं का अपमान नहीं कर सकते। हालाँकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके भतीजे अजित पवार नहीं दिखे। इस पर NCP नेता जयंत पाटिल ने कहा कि शरद पवार को इस्तीफा वापसी के लिए मनाने वाले नेताओं में अजित पवार भी शामिल थे।

उन्होंने कहा कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में ज़्यादा लोगों को नहीं पता था और उन्हें भी इसके बारे में देर से जानकारी मिली। शरद पवार ने नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक कमिटी बनाई थी, लेकिन उनका कहना है कि इस कमिटी ने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा है और इसीलिए वो अपना फैसला वापस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद उन्होंने ये निर्णय लिया। उन्होंने अजित पवार की अनुपस्थिति पर कहा कि कुछ लोग यहाँ हैं और कुछ नहीं हैं।

82 वर्षीय नेता ने कहा कि कौन उपस्थित है और कौन नहीं, ये सवाल ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं की भावनाओं और प्यार के कारण उन्होंने अपना फैसला बदला है। NCP के दफ्तर के बाहर ‘एकच साहेब’ का नारा लगाते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमा होकर पटाखे भी फोड़े। उधर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे और बेटे तेजस ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की, जिसके बाद राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म है।

शरद पवार ने कहा कि देश भर में उन्हें चाहने वालों ने उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने को मजबूर किया है। याद दिलाते चलें कि भतीजे अजित पवार के बगावती तेवर के चर्चों के बीच शरद राव ने इस्तीफे का ऐलान किया था। 1999 में कॉन्ग्रेस से टूट कर बनी NCP में पिछले 3 दिनों से शरद पवार के इस्तीफे वाला ड्रामा चल रहा था। शरद पवार ने अब ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में वो पार्टी में कुछ बदलाव करेंगे, जिससे अगली पीढ़ी को उत्तराधिकार के लिए मौका मिल सके।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -