हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित की गईं बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने अभद्र टिप्पणी की है। गुरुवार (18 नवंबर 2021) को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“महात्मा गाँधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे। कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पाँव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये मिला है इसे दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं। दिल्ली में लॉबिंग करने वाले लोग भी जानते हैं। ऐसी लेडी के बारे में बोलना तुच्छपना होगा। ऐसी तुच्छ लेडी के बारे में मैं कुछ नहीं बोलना चाहूँगा।”
#WATCH महात्मा गांधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे। कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं…: शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने pic.twitter.com/luZdgHSpbM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 18, 2021
कॉन्ग्रेस के मंत्री ने कहा- नचनिया
इससे पहले महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कंगना रनौत को ‘नचनिया’ कहा था। उन्होंने बुधवार (17 नवंबर 2021) को कहा, “वह महात्मा गाँधी पर टिप्पणी करने के लायक नहीं है। वह एक ‘नचनिया’ है, जिसे विवादास्पद लोगों में से एक माना जाता है। महात्मा गाँधी पर उनकी टिप्पणी सूरज पर थूकने के समान है। अगर आप सूरज पर थूकते हैं, तो थूक आप पर पड़ता है।”
सपा नेता कहा था- तलवे चाटने वाली
सपा नेता अबू आजमी ने कंगना को ‘तलवे चाटने वाली औरत’ बताते हुए कहा था कि उसे जेल भेज देना चाहिए।
कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ने चरित्रहीन बताया
कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता विनय ओझा ने एक ट्वीट में लिखा था, “पुरस्कार भीख में मिल गया तो भिखारन ने सोचा होगा कि आजादी भी भीख में मिली होगी।” वहीं एक अन्य ट्वीट में ओझा ने लिखा था, “पद्मश्री को पाना इतना आसान नहीं, जितना आप सोच रहे हैं। बहुत मेहनत करनी पड़ती है… जब राजा चरित्रहीन होता है तब तवायफों के कोठे गुलजार होते हैं।”
उदित राज ने बताया मानसिक बीमार
कॉन्ग्रेस नेता उदित राज ने कंगना रनौत को मानसिक बीमार की संज्ञा दी थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्बोधित कर ट्वीट किया था, “मोदी सरकार ने मानसिक बीमार कंगना रनौत को पद्मश्री देकर संविधान, जनतंत्र और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। पद्मश्री छीनकर इस पागल को गिरफ़्तार किया जाए।”
वरुण गाँधी ने देशद्रोही बताया
सांसद वरुण गाँधी ने भी कंगना के बयान पर अपनी आपत्ति जताई थी और कहा था कि इस सोच को देशद्रोह कहूँ या पागलपन, समझ में नहीं आता। उन्होंने यह बात कंगना के ‘भीख में मिली आजादी’ वाले बयान पर कही थी।
नवाब मलिक ने ड्रग्स से जोड़ा
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा था, “मोहतरमा मलाणा क्रीम लेकर ज़्यादा बोल रही हैं। मलाणा क्रीम (हशीश- एक विशेष किस्म की ड्रग्स, जो हिमाचल में उगती है) का डोज ज्यादा हो गया है इसलिए उल-जुलूल की बातें कर रहीं हैं। हम माँग करते हैं कि केंद्र सरकार कंगना रनौत का पद्मश्री वापस ले।”
गौरतलब है कि हाल ही में कंगना ने एक पुरानी खबर शेयर की, जिसमें लिखा था कि किस तरह महात्मा गाँधी इस बात को लेकर राज़ी हो गए थे कि अगर सुभाष चंद्र बोस मिलते हैं तो उन्हें अंग्रेजों को सौंप दिया जाएगा। कंगना रनौत ने लिखा, “जिन्होंने सच में आज़ादी की लड़ाई लड़ी, उन्हें उन लोगों ने अपने मालिकों को सौंप दिया, जिनके खून में वो साहस, गर्मी और आग नहीं ही कि वो स्वतंत्रता के लिए लड़ सकें।” अभिनेत्री ने आगे लिखा कि भारतीयों पर अत्याचार करने वालों के विरुद्ध लड़ने का साहस न रखने वाले कुछ नेता सत्ता के भूखे थे, धूर्त थे। उससे पहले उन्होंने पूछा था कि जब दक्षिणपंथी लड़ कर लेने के लिए तैयार थे, तब आज़ादी कॉन्ग्रेस के भीख के कटोरे में क्यों डाली गई? साथ ही कहा था कि हमारे पास भौतिक आज़ादी तो थी, लेकिन 2014 में हमारी चेतना को आज़ादी मिली और एक मृत सभ्यता उठ खड़ी हुई, उसने अपने पंख लहराए।