किसान आंदोलन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के बीच बहस बढ़ती जा रही है। इसी बीच कॉन्ग्रेस में कई नेताओं ने किसानों के साथ भूख हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह और कमलानाथ के भूख हड़ताल करने और राहुल गाँधी के कृषि कानूनों का विरोध करने पर पलटवार किया है।
मध्यप्रदेश के रीवा में एक किसान सम्मेलन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गाँधी किस आधार पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। क्या वो किसानी की समझ रखते हैं? क्या वो जानते हैं कि खेती कैसी होती है? क्या वो मकई का पौधा लगाने का सही तरीका बता सकते हैं? उन्हें क्या पता की भुट्टा इधर से लगता है या उधर से और किसानों की बात कर रहे हैं।
<#WATCH: “On what ground is Rahul Gandhi protesting farm laws. Does he understand anything about farmers? Does he know what farming is? Can he even tell the correct orientation to sow a corn plant?” says MP CM Shivraj Singh Chouhan, at Kisan Sammelan in Rewa, Madhya Pradesh https://t.co/eCEmo1fzqv pic.twitter.com/KUepU02g5h
— ANI (@ANI) December 16, 2020
शिवराज सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि क्या कॉन्ग्रेस के राज में कभी किसानों के खातों में पैसे आते थे? शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गाँधी पर हमला करते हुए बोला कि सौ-सौ चुहे खाकर अब बिल्ली हज को जा रही है। इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर भी हमला बोला है।
#WATCH | हमने सुना है कि दिग्विजय और कमलनाथ उपवास करने वाले हैं, वो भी किसानों के साथ हुए अन्याय के लिए…अरे तुमने तो पाप किया है प्रायश्चित करो, भूखे रहो लेकिन प्रायश्चित करने के लिए रहो: रीवा में आयोजित किसान सम्मेलन में म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान pic.twitter.com/PGuxtF8XQK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2020
शिवराज सिंह ने कहा, “हमने सुना है कि दिग्विजय और कमलनाथ उपवास करने वाले हैं, वो भी किसानों के साथ हुए अन्याय के लिए…अरे तुमने तो पाप किया है प्रायश्चित करो, भूखे रहो लेकिन प्रायश्चित करने के लिए रहो ना कि किसान के समर्थन में भूख हड़ताल पर रहो।”
शिवराज सिंह ने दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और कॉन्ग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के दौरान आप लोगों ने किसानों का काफी नुकसान किया है, जिसका आपको प्रायश्चित करना चाहिए। इसलिए प्रायश्चित के तौर पर आपको भूख हड़ताल करनी चाहिए।
NCC ग्राउंड, रीवा में आयोजित #KisaanSammelan #AatmaNirbharKrishi https://t.co/JCScji1Rcu
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 16, 2020
शिवराज सिंह ने कहा, “10 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे दिग्गी राजा ने मध्य प्रदेश की सूखी धरती की प्यास नहीं बुझाई, 10 वर्षों तक विंध्य कि धरा को प्यासा रखा, अब खुद को किसान का हमदर्द बता रहे हैं। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तो फसल बीमा योजना का 24 सौ करोड़ रुपए का प्रीमियम तक नहीं जमा किया था। जिसके कारण किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाया। कमल नाथ और दिग्गी राजा कहते हैं कि वह उपवास करेंगे, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि वो अपने अपने गुनाहों कि माफी माँगेंगे।”
सीएम शिवराज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की इकलौती पार्टी है जो किसानों के हितों का ध्यान रखती। उन्होंने यह साफ किया है की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान हित में जो निर्णय लिए गए वह अभूतपूर्व निर्णय हैं। चाहे वो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की बात हो या फिर किसानों को अपनी फसल बेचने की स्वतंत्रता। मैं इस मंच से यह विश्वास दिलाता हूँ कि इस कानून के बाद भी मंडियाँ बंद नहीं होंगी, किसान की मर्जी पर निर्भर है वह व्यापारी को डायरेक्ट अनाज बेच सकता है, वह तो चाहे मंडी में अनाज बेचे चाहे। वह समर्थन मूल्य पर अनाज की बिक्री करें यह किसान की मर्जी उन्होंने कहा कि किसान मेरे लिए सर्वोपरि हैं।
इससे पहले मध्य प्रदेश के उज्जैन में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान आंदोलन का समर्थन कर रही कॉन्ग्रेस पार्टी और इसके नेता राहुल गाँधी पर जमकर निशाना साधा था। शिवराज ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा था कि उन्हें यह भी पता नहीं भिंडी कैसे उगती है। शिवराज ने कहा कि कृषि कानूनों का विरोध वे लोग कर रहे हैं, जिनका खेती से कोई सरोकार नहीं है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते। प्रधानमंत्री का नाम सुनते ही उन्हें पसीना आने लगता है। इसलिए किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर चला रहे हैं।
किसानों के खाते में डालेंगे 1600 करोड़
गौरतलब है कि कैबिनेट मीटिंग के दौरान सीएम शिवराज ने यह घोषणा की थी कि 18 दिसंबर को किसानों के खाते में 1600 करोड़ रुपए डाले जाएँगे। यह कुल राहत राशि का एक हिस्सा है। यह इसी साल हुई सोयाबीन आदि फसलों के नुकसान का पैसा है। सीएम ने किसानों से कहा है कि एक किश्त अभी देंगे और बाद में दूसरी किश्त भी देंगे। तब तक फसल बीमा योजना की राशि भी आ जाएगी।