पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 17 फरवरी को को प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) के नाम से सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हुआ। इसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे भगवंत मान को समर्थन देने की बात कही गई थी।
गुरपतवंत सिंह पन्नू के नाम से पंजाबी में जारी इस पत्र में लिखा था, “हम सिख फॉर जस्टिस के सभी सदस्य पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के भगवंत मान को अपने समर्थन की घोषणा करते हैं। यह चुनाव बेहद अहम हैं। अगर आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनती है तो हमें हमारे खालिस्तान के लक्ष्य को पाने में आसानी होगी। हमने 2017 के चुनावों में भी आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था। सिर्फ आम आदमी पार्टी है जो हमारे टारगेट को पूरा करवा सकती है। उन्हें वोट दे कर हमें मजबूत करें।”
पन्नू ने वीडियो जारी कर के लेटर को फर्जी बताया
लेटर वारयल होने के बाद पन्नू ने वीडियो जारी कर इसे फर्जी करार दिया है। पन्नू ने कहा, “यह लेटर फर्जी है और SFJ ने किसी भी राजनैतिक दल को अपना समर्थन नहीं दिया है। इसे आम आदमी पार्टी और भगवंत मान ने वायरल किया है। SFJ भारत के संविधान और राजनैतिक पार्टियों पर विश्वास नहीं करता है। हमारा लक्ष्य पंजाब को भारत से अलग करना है। इसके लिए जल्द ही जनमत संग्रह और वोटिंग भी करवाई जाएगी। आप पार्टी के झूठ से दूर रहो। मैं भगवंत मान और केजरीवाल को चेतावनी देता हूँ। चाहे इंदिरा हों, मोदी हों या केजरीवाल, जो भी दिल्ली से आता है उसका विरोध किया जाएगा। मैं हर किसी से चुनावों के बूथ पर खालिस्तानी झंडे लहराने की माँग करता हूँ।”
Fact Check : सिख फ़ॉर जस्टिस के नाम से वायरल किया जा रहा आम आदमी पार्टी को समर्थन देने वाला पत्र फ़र्ज़ी है…
— Shivank Mishra (@shivank_8mishra) February 17, 2022
खुद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसके फ़र्ज़ी होने का ऐलान किया है. @BhagwantMann @ArvindKejriwal @AamAadmiParty @raghav_chadha pic.twitter.com/100ptq2nVr
आप समर्थकों ने SFJ का किया था धन्यवाद
भले ही पन्नू ने लेटर को फर्जी बताया है, लेकिन इसके वायरल होने के बाद कई आप समर्थकों में उत्साह देखा गया था। सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के कई समर्थकों ने SFJ को धन्यवाद कहा था।
कुमार विश्वास ने भी केजरीवाल पर लगाए हैं खालिस्तान समर्थक होने के आरोप
यह पत्र ऐसे समय में वायरल हुआ है जब केजरीवाल के पूर्व सहयोगी रहे कुमार विश्वास ने अरविन्द केजरीवाल पर खालिस्तान का समर्थक होने के आरोप लगाए हैं। 16 फरवरी को केजरीवाल के दिमाग में गहरे बसे अलगाववाद की भावना पर बात करते हुए विश्वास ने कहा, “उसने मुझसे ऐसी भयानक बातें बोली हैं जो पंजाब में सभी को पता है। एक दिन जब मैंने उससे 2020 के जनमत संग्रह के बारे में बात की तो वो कहता है कि तू चिंता मत कर एक दिन मैं या तो स्वतंत्र सूबे का मुख्यमंत्री बनूँगा या फिर स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) का पहला प्रधानमंत्री बनूँगा। जब मैंने बताया कि इस रेफरेंडम को आईएसआई से लेकर दुनियाभर के अलगाववादी तत्व फंडिंग कर रहे हैं, तो उन्होंने मुझे चिंता नहीं करने को कहा।”
इसके बाद आप नेता राघव चड्ढा ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जो कुमार विश्वास के बयान को प्रकाशित या प्रसारित करेंगे AAP उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “कुमार विश्वास फर्जी और मनगढ़ंत वीडियो के जरिए अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने और उनका मजाक उड़ाने के लिए उक्त वीडियो प्रसारित/प्रकाशित कर रहे हैं।” राघव ने मीडिया को धमकाते हुए ट्वीट किया, “अगर कोई चैनल इसे प्रकाशित/प्रसारित करता है या उसे प्रसारित करने के लिए मंच प्रदान करता है तो हमें कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जाएगा, जिसमें उसे उकसाने/सहायता करने के अपराध शामिल होंगे।” इसके जवाब में कुमार विश्वास ने कहा था, “ये सभी केजरीवाल के चिंटू हैं। ये सभी हमारे खून-पसीने से बनाई गई पार्टी में तब घुस गए जब सरकार बन गई। ये सब मलाई चाटने आ गए हैं। इन चिंटुओं से कहो कि अपने आका को बहस के लिए भेजें।”
कुमार विश्वास ही नहीं बल्कि गुल पनाग और योगेंद्र यादव भी आप पार्टी पर खालिस्तानी समूहों से समर्थन लेने का आरोप लगा चुके हैं। ये सभी लोग कभी अरविन्द केजरीवाल के समर्थक हुआ करते थे। 2017 में हुए विधानसभा के चुनावों के दौरान प्रतिबंधित सिख संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) के गुरदयाल सिंह ने केजरीवाल का समर्थन और आप का प्रचार किया था। 2018 में रिपब्लिक टीवी ने खुलासा किया था कि पंजाब चुनाव के दौरान आप को खालिस्तानियों से फंडिंग मिली थी।