देश में चल कुछ भी रहा हो, लेकिन देश की राजनीति से लेकर मीडिया में कुछ ऐसे लोग आ गए हैं, जिनका जिक्र किए बिना लोगों का दिन गुजरता ही नहीं। आम आदमी पार्टी अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल भी उन्हीं कुछ चुनिंदा हस्तियों में से एक हैं।
मोदी सरकार और मंत्रिमंडल के शपथग्रहण और विभागों के आवंटन के बाद अरविन्द केजरीवाल एक बार फिर ट्विटर और सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने लगे। दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने चुनाव से पूर्व मतदाताओं के बीच अफवाह और डर का माहौल तैयार करने के लिए अपनी एक चिंता जाहिर कर दी थी। अरविन्द केजरीवाल का डर था कि अगर अमित शाह देश के गृह मंत्री बन गए तो फिर क्या होगा?
आज सुबह ही अमित शाह को गृह मंत्री बनाए जाने की सूचना मिलते ही सोशल मीडिया यूज़र्स ने अरविन्द केजरीवाल के 21 दिन पुराने उस ट्वीट को ढूँढ निकाला और अमित शाह की जगह एक बार फिर सारी अटेंशन अरविन्द केजरीवाल ले गए।
अरविन्द केजरीवाल ने इस ट्वीट में लिखा था, “देशवासियों, वोट देते वक़्त सोचना। अगर मोदी जी दोबारा आ गए तो अमित शाह गृह मंत्री होंगे। जिस देश का गृह मंत्री अमित शाह हो, उस देश का क्या होगा, ये सोच के वोट डालना।”
केजरीवाल के इस ट्वीट को पढ़कर तो यही लगता है कि जनता ने उनकी बात को दिल पर ले लिया था और इसी कारण भाजपा 300 का आँकड़ा पार करने में सफल रही। लेकिन घटनाक्रम कोई भी हो, अरविन्द केजरीवाल का अचानक से प्रासंगिक हो जाना एक कौतुहल का विषय रहता है। मानो राहुल गाँधी और अरविन्द केजरीवाल ने कसम खाई हो कि जनता को पूर्ण मनोरंजन देकर रहेंगे। यही जेसीबी की खुदाई जब सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी तो अरविन्द केजरीवाल उस वक़्त भी प्रासंगिक हो पड़े थे।