आम धारणा रही है कि उत्तर प्रदेश में जब-जब सपा की सरकार बनती है गुंडई का बोलबाला हो जाता है। सपा के खिलाफ एक बार बसपा ने नारा दिया था-चढ़ गुंडे की छाती पर…। महिलाओं को लेकर सपा नेता कैसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं यह जगजाहिर है। दुष्कर्म के आरोपियों का बचाव करते हुए इस पार्टी के पितृ पुरुष मुलायम सिंह यादव एक बार कह चुके हैं ‘लड़के हैं, गलती हो जाती है’।
अब जिस पार्टी का चाल-चरित्र ऐसा हो वह 1925 से राष्ट्र निर्माण में जुटी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ‘आर्मी स्कूल’ खोलने की पहल की विरोध तो करेगा ही। सपा ने अपने समर्थकों को निराश नहीं करते हुए कहा है कि संघ द्वारा उत्तर प्रदेश में आर्मी स्कूल खोलना शक पैदा करता है। साथ ही कहा है कि संघ संविधान के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर साज़िश रचना चाहता है।
सपा के अनुसार संघ की विचारधारा विभाजनकारी है। आज़ादी की लड़ाई में उसकी भूमिका नकारात्मक थी और आज भी आज़ादी की लड़ाई के मूल्यों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। संघ ऐसे संस्थान केवल राजनीतिक फायदे के लिए खोलना चाहता है, जहाँ सद्भाव भंग करने और मॉब-लिंचिंग करने के तरीके सिखाए जाएँगे।
Samajwadi Party: RSS follows divisive ideology, its role in freedom struggle was negative & even today, it has nothing to do with ideals of freedom struggle. RSS will open such institute for its political gains where ways of disrupting harmony & mob lynching will be taught. https://t.co/jRgWLh6gyo
— ANI UP (@ANINewsUP) July 31, 2019
संघ खोल रहा है ‘रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर प्रदेश में डिफेन्स परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष स्कूल ‘रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर’ खोल रहा है। इस स्कूल की इमारत में तीन-मंजिला हॉस्टल, अकादमिक बिल्डिंग, दवाखाना, स्टाफ सदस्यों के लिए रिहायशी विंग और एक बड़ा स्टेडियम होगा। प्रोजेक्ट की कुल लागत ₹40 करोड़ है।
यह स्कूल आवासीय होगा। लड़कों के विंग का निर्माण पिछले अगस्त में ही शुरू हो चुका है। सीबीएसई पाठ्यक्रम का पालन करने वाले इस स्कूल में छठी से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई होगी। बकौल पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में विद्या भारती उच्च शिक्षा संगठन के क्षेत्रीय संयोजक अजय गोयल, “यह एक प्रयोग है जो देश में पहली बार हो रहा है। अगर यह सफ़ल रहा तो इसे देश के कई स्थानों पर दोहराया जा सकता है।”
An ‘Army’ school is being set up by Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) in Shikarpur, Bulandshahr. Rajpal Singh, who donated his land for the school says, “Central Board of Secondary Education curriculum will be followed in the school, students will be trained for defence forces” pic.twitter.com/PRqGvC9hT1
— ANI UP (@ANINewsUP) July 29, 2019
समाजवादियों का योगदान क्या है?
आरएसएस पर सवाल उठाने से पहले समाजवादी पार्टी को यह सोचना चाहिए कि देश में उनका क्या योगदान हा है? गुंडई यूपी में उसके राज की पहचान रही, महिलाओं को लेकर उसके नेता कैसे बयान देते हैं यह सबको पता है। वहीं, हम अगर संघ को देखे तो उनके पोर्टफोलियो में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्य, अपने स्वयंसेवकों में अनुशासन लाना और देश में राष्ट्र-प्रेम की भावना को जगाए रखना शामिल है। आरोप भले लगे हों, लेकिन आज तक कोई साबित नहीं कर पाया कि संघ कभी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा हो। ऐसे में समाजवादियों को ‘रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर’ पर सवाल उठाने से पहले अपना रिकॉर्ड झाँक कर देखना चाहिए।