संसद में उपद्रवी व्यवहार के कारण एक सप्ताह के लिए निलंबित किए जाने के बाद AAP के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आज (सितंबर 22, 2020) को राष्ट्रीय टेलीविजन पर अनायास ही स्वीकार कर लिया कि संसद में कृषि बिल पर पर हंगामे के बीच उन्होंने सदन के उपाध्यक्ष का माइक तोड़ दिया।
हालाँकि, संजय सिंह ने अपने अनियंत्रित व्यवहार का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने ऐसा लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया।
AAP MP @SanjayAzadSln to @CNNnews18 ‘ Yes, I accept that I had climbed on the table, I accept that I had broken the mike however , what I did was to save democracy, they are the ones who were murdering democracy. They passed an anti farners bill forcibly https://t.co/n5HD8FOhbg
— Rupashree Nanda (@rupashreenanda) September 22, 2020
संजय सिंह को सीएनएन न्यूज 18 के एक पत्रकार के साथ एक साक्षात्कार में उनके असभ्य व्यवहार के बारे में सुना गया। पत्रकार से बात करते हुए संजय सिंह कहते हैं, “मैं मानता हूँ कि मैं मेज पर चढ़ा था। मैं यह भी स्वीकार करता हूँ कि मैंने माइक तोड़ा, लेकिन मैंने जो कुछ भी किया, वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए ऐसा किया, लोकतंत्र की हत्या को रोकने के लिए किया।”
— iMac_too (@iMac_too) September 22, 2020
यह पूछे जाने पर वेंकैया नायडू ने कहा कि निलंबित सांसदों में से किसी को भी अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है, इसी वजह से उन्हें निलंबित किया गया, AAP नेता संजय सिंह ने खुद और अन्य विधायकों का बचाव करते हुए कहा कि वे ‘लोकतंत्र को बचाने’ की कोशिश कर रहे थे।
संजय सिंह ने कहा, “यह सरकार की गलती है। उन्होंने कृषि बिलों को जबरन पारित करके लोकतंत्र की हत्या की है। यह एक संवैधानिक नियम और परंपरा है कि भले ही एक ही सदस्य विभाजन वोट की माँग करे, तो उन्हें यह करने की जरूरत है।”
गौरतलब है कि राज्यसभा ने सोमवार (सितंबर 21, 2020) को संजय सिंह समेत 8 विपक्षी सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया। इस दौरान वो सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इनको असंसदीय व्यवहार के लिए दोषी पाया गया था। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने जिन सांसदों को सस्पेंड किया, उसमें संजय सिंह के अलावा डेरेक ओब्रायन, राजू सातव, केके रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैयद नज़ीर हुसैन और एलमरान करीम के नाम शामिल हैं।
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की ड्यूटी पर मार्शल के साथ मारपीट की वीडियो क्लिप कल वायरल हो गई थी। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, “संसद में मार्शल का गला दबाकर मारते संजय सिंह। बाद में घूँसों से मार्शल पर हमला किया।” वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ वह दुखद, शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण था।
एक यूजर प्रशांत पटेल उमराव ने ट्वीट कर कहा था, “संजय सिंह ने राज्यसभा में मार्शल का गला दबाया और घूँसों से मार्शल पर हमला किया। माइक तोड़ना, बिल की कॉपी फाड़ना और सभापति की टेबल पर अभद्रता करके डेरेक ओ ब्रायन व संजय ने अपनी पुरानी आदतों का परिचय दिया है। इनका यह कृत्य किसी भी प्रकार से विद्वत राज्यसभा के अनुकूल नहीं है।”
बता दें कि राज्यसभा में बिल का विरोध करते हुए विपक्षी सांसद वेल तक पहुँच गए थे। कोविड-19 के खतरे को भुलाते हुए धक्का-मुक्की भी हुई। तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उप सभापति के सामने रूल बुक फाड़ने की कोशिश की। इस दौरान ब्रायन उप सभापति हरिवंश के बिल्कुल ही करीब पहुँच गए। वहाँ खड़े मार्शल ने बड़ी ही मुश्किल से उन्हें हटाया।