तेलंगाना में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के ख़िलाफ़ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। विधायक अहमद बिन अब्दुल्ला बलाला के ख़िलाफ़ आईपीसी की सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने एक दलित महिला के साथ खिलवाड़ किया और सार्वजनिक रूप से उसे अपमानित किया। यह घटना मई 7, 2020 की है। हालाँकि, विधायक ने आरोपों को नकार दिया है।
घटना के दौरान मालकपट के विधायक अहमद बलाला बलाला कमला नगर गए थे। वहाँ एआईएमआईएम के एक कार्यकर्ता के ख़िलाफ़ एक दलित लड़की के यौन शोषण का आरोप लगा था, जिसकी सूचना मिलने पर वो वहाँ पहुँचे थे। इसी दौरान बलाला ने भाजपा एससी मोर्चा की सेक्रेटरी श्रुति व अन्य महिला कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने महिलाओं को गाली भी दी।
भाजपा नेता श्रुति ने आरोप लगाया है कि जब वो पीड़िता के पास पहुँची थीं तो बलाला ने उनकी जाति को लेकर उन्हें अपशब्द कहे। श्रुति भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण की बेटी हैं। आईपीसी की धारा-509 (एक महिला के सम्मान को शब्दों या हरकतों की वजह से ठेस पहुँचाना) और एससी-एसटी (प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटीज) 3(1) के तहत चादरघाट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
भाजपा एससी मोर्चा की नेशनल सेक्रेटरी श्रुति की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर पी सतीश ने कहा कि इस सम्बन्ध में 9 मई को मामला दर्ज कराया गया। वहीं दूसरी तरफ तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी टीआरएस के नेता मानचिरेड्डी किशन रेड्डी पर भाजपा की एक दलित जनप्रतिनिधि के लिए अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया। मंडल प्रजा समिति के कोप्पू सुकन्या ने मामला दर्ज कराया था।
Chaderghat (Hyderabad) police registered FIR (142/2020) u/s 509 IPC, Sec 3(1)(r) SC, ST (POA) Act against AIMIM MLA Mr. Ahmed Bin Abdulla Balala for insulting SC woman (D/o. Late Bangaru Lakshman, BJP Ex National President) by calling her “Third Class Waley”. pic.twitter.com/RIuMZVKCwY
— Legal Rights Protection Forum (@lawinforce) May 23, 2020
सुकन्या ने एक शिलान्यास समारोह के दौरान प्रोटोकॉल पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद टीआरएस नेता ने उन्हें अपशब्द कहे। टीआरएस नेता ने सुकन्या पर हमला भी बोल दिया। सुकन्या को फिलहाल एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा एक असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा एक सर्कल इंस्पेक्टर पर भी विधायक की मदद करने का आरोप लगा है। ये मामला रचाकोंडा पुलिस स्टेशन का है।