पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) ने रक्षाबंधन के कार्यक्रम का आयोजन किया, जहाँ अफगानी नागरिकों को ममता बनर्जी की तस्वीर वाली राखी बाँधी गई। इन राखियों पर ‘दिल्ली चलो’ भी लिखा हुआ था।
पूरा देश आज (22 अगस्त 2021) को रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दमदम इलाके में सत्ताधारी TMC ने भी रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान महिलाओं ने अफगानी नागरिकों और इलाके के अन्य लोगों को राखियाँ बाँधीं। TMC के इस कार्यक्रम में जिन राखियों का उपयोग किया गया था, उन पर TMC सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर बनी हुई थी और उन पर ‘दिल्ली चलो’ भी लिखा हुआ था।
Rakhis with the face of West Bengal CM Mamata Banerjee and “Dilli Chalo” written on it, tied to the Afghan nationals and others living in Dum Dum area of North 24 Parganas district.#Rakshbandhan pic.twitter.com/7eu4Zdy0ii
— ANI (@ANI) August 22, 2021
हालाँकि, अफगानी नागरिकों को राखी बाँधने के इस कार्यक्रम का आयोजन करने के बाद सोशल मीडिया पर TMC की आलोचना भी हुई और कहा गया कि पार्टी सिर्फ अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है। इसके अलावा यह प्रश्न भी उठा कि अफगानी नागरिक बंगाल में क्या कर रहे हैं और उन्हें रक्षाबंधन का मतलब भी पता है या नहीं?
Outsiders (peacefuls) r vote bank of tmc not Hindus
— Raghavendra Upadhya (@RvUpadhya) August 22, 2021
Do they even know the importance of Rakshabandhan?
— willfulldefaulter (@wilfuldefltr) August 22, 2021
yeah its one of the best way to get their solidarity so that they help you in mowing down hindu karyakartas.
— Mr. Unfunny Gonsalves (@MrGonsalves) August 22, 2021
TMC trying to increase its vote bank & nothing else
— Mohil Malhotra🇮🇳मोहिल मल्होत्रा (@TheMohilM) August 22, 2021
What the fuck are these 🇦🇫ni Momins doing in West Bengal??? I thought they were only restricted to places in Delhi NCR. But then with TMC anything is possible. Sadly Bengali Hindus won’t see or realize any of this and keep their Begum love going.😡
— Arjun Brij (@Chirappuratthu) August 22, 2021
यहाँ एक बात और ध्यान देने योग्य है कि राखियों पर सीएम ममता बनर्जी की तस्वीर है और उन पर ‘दिल्ली चलो’ लिखा हुआ है, जो ममता बनर्जी की उस महत्वाकांक्षा को प्रदर्शित करता है जिसके चलते हाल ही में उन्होंने दिल्ली की यात्रा की और कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की थी। उनकी यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी से प्रेरित मानी जा रही थी।
अब जबकि TMC के इस रक्षाबंधन कार्यक्रम में अफगानी नागरिकों को राखियाँ बाँधी गई हैं, तब उन भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की चर्चा करनी जरूरी हो जाता है, जिनके खिलाफ 02 मई 2021 को राज्य विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हिंसा शुरू हो गई थी और लगातार कई दिनों तक चलती रही। इस दौरान न केवल कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई और महिलाओं का उत्पीड़न किया गया, बल्कि उनके घरों, दुकानों और संपत्तियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। इस हिंसा का आरोप TMC के ही कार्यकर्ताओं और सदस्यों पर लगा। ऐसे में अफगानी नागरिकों को राखी बाँधना तुष्टिकरण ही मालूम होता है।