Monday, November 18, 2024
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बंगाल में TMC का रक्षाबंधन कार्यक्रम: अफगानियों को बाँधी ममता बनर्जी की फोटो और दिल्ली चलो नारे वाली राखी, लोगों ने कहा- ‘वोट बैंक है’

इस दौरान महिलाओं ने अफगानी नागरिकों और इलाके के अन्य लोगों को राखियाँ बाँधी। TMC के इस कार्यक्रम में जिन राखियों का उपयोग किया गया था उन पर TMC सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर बनी हुई थी और उन पर 'दिल्ली चलो' भी लिखा हुआ था।

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) ने रक्षाबंधन के कार्यक्रम का आयोजन किया, जहाँ अफगानी नागरिकों को ममता बनर्जी की तस्वीर वाली राखी बाँधी गई। इन राखियों पर ‘दिल्ली चलो’ भी लिखा हुआ था।

पूरा देश आज (22 अगस्त 2021) को रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दमदम इलाके में सत्ताधारी TMC ने भी रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान महिलाओं ने अफगानी नागरिकों और इलाके के अन्य लोगों को राखियाँ बाँधीं। TMC के इस कार्यक्रम में जिन राखियों का उपयोग किया गया था, उन पर TMC सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर बनी हुई थी और उन पर ‘दिल्ली चलो’ भी लिखा हुआ था।

हालाँकि, अफगानी नागरिकों को राखी बाँधने के इस कार्यक्रम का आयोजन करने के बाद सोशल मीडिया पर TMC की आलोचना भी हुई और कहा गया कि पार्टी सिर्फ अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है। इसके अलावा यह प्रश्न भी उठा कि अफगानी नागरिक बंगाल में क्या कर रहे हैं और उन्हें रक्षाबंधन का मतलब भी पता है या नहीं?

यहाँ एक बात और ध्यान देने योग्य है कि राखियों पर सीएम ममता बनर्जी की तस्वीर है और उन पर ‘दिल्ली चलो’ लिखा हुआ है, जो ममता बनर्जी की उस महत्वाकांक्षा को प्रदर्शित करता है जिसके चलते हाल ही में उन्होंने दिल्ली की यात्रा की और कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की थी। उनकी यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी से प्रेरित मानी जा रही थी।

अब जबकि TMC के इस रक्षाबंधन कार्यक्रम में अफगानी नागरिकों को राखियाँ बाँधी गई हैं, तब उन भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की चर्चा करनी जरूरी हो जाता है, जिनके खिलाफ 02 मई 2021 को राज्य विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हिंसा शुरू हो गई थी और लगातार कई दिनों तक चलती रही। इस दौरान न केवल कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई और महिलाओं का उत्पीड़न किया गया, बल्कि उनके घरों, दुकानों और संपत्तियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। इस हिंसा का आरोप TMC के ही कार्यकर्ताओं और सदस्यों पर लगा। ऐसे में अफगानी नागरिकों को राखी बाँधना तुष्टिकरण ही मालूम होता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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