Monday, December 23, 2024
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फर्जी स्क्रीनशॉट, फर्जी नंबर… गुजरात पुलिस ने TMC नेता साकेत गोखले को गिरफ्तार किया, PM मोदी के मोरबी दौरे पर फैलाया था झूठ

गोखले ने पीएम मोदी के मोरबी दौरे को लेकर एक ऐसी मनगढ़ंत समाचार रिपोर्ट साझा की थी जो कभी प्रकाशित ही नहीं हुई। ऐसे आरटीआई जवाब का हवाला दिया जो कभी दिया ही नहीं गया।

तृणमूल कॉन्‍ग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले (Saket Gokhle) को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन (Derek o’Brien) ने ट्विटर पर यह जानकारी साझा की है। उन्होंने दावा किया है कि नई दिल्ली से सोमवार (5 दिसंबर 2022) रात 9 बजे की फ्लाइट लेकर गोखले जयपुर पहुँचे थे, जहाँ गुजरात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गुजरात पुलिस गिरफ्तार करने के लिए वहाँ पहले से मौजूद थी।

उन्होंने मंगलवार (6 दिसंबर 2022) को ट्वीट कर बताया कि प्रवक्ता को पुलिस उठा कर ले गई। ब्रायन ने कहा कि सोमवार (5 दिसंबर 2022) की देर रात गोखले ने अपनी माँ को फोन करके बताया कि पुलिस उसे अहमदाबाद ले जा रही है और वह मंगलवार को दोपहर तक शहर पहुँच जाएँगे।

ब्रायन ने दावा किया कि गोखले ने अपनी माँ को फोन किया था, जिसके बाद पुलिस ने उसका मोबाइल और सामान जब्त कर लिया। उन्होंने दावा किया कि यह गिरफ्तारी मोरबी पुल ढहने के संबंध में गोखले के ट्वीट के कारण हुई है।

गोखले एक पूर्व आरटीआई एक्टिविस्ट हैं और वर्तमान में तृणमूल कॉन्‍ग्रेस के प्रवक्ता हैं। उन्होंने एक मनगढ़ंत समाचार रिपोर्ट साझा की थी। गुजराती समाचार पत्र की कथित क्लिपिंग साझा करते हुए दावा किया था कि पीएम मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। जो क्लिपिंग साझा की थी, वह कथित तौर पर ‘गुजरात समाचार’ का था। भाजपा ने इसे मनगढ़ंत बताते हुए कहा था कि ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं हुई है। साथ ही बताया था कि ऐसा कोई आरटीआई जवाब भी नहीं है। ‘गुजरात समाचार’ ने भी कहा था कि उन्होंने ऐसी कोई रिपोर्ट प्रकाशित ही नहीं की है।

गोखले का फर्जी न्यूज फ़ैलाने वाला ट्वीट

तथाकथित रिपोर्ट का हवाला देते हुए, गोखले ने दावा किया था कि 5.5 करोड़ रुपए विशुद्ध रूप से ‘स्वागत, कार्यक्रम प्रबंधन और फोटोग्राफी’ के लिए खर्च हुए थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी के इवेंट मैनेजमेंट और पीआर की लागत 135 लोगों के जीवन से अधिक है। गोखले ने कहा कि आपदा में मारे गए 135 पीड़ितों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी गई, जो कुल मिलाकर 5 करोड़ रुपए होती है। हालाँकि गोखले ने जैसा दावा किया है, ऐसी कोई आरटीआई और ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं है।

सरकार की फैक्ट चेक यूनिट ने भी 1 दिसंबर 2022 को गोखले के उस ट्वीट को पिनपॉइंट किया था, जिसमें उन्होंने न्यूजपेपर के कुछ कटआउट्स को शेयर कर फर्जी न्यूज फैलाई थी। PIB ने गोखले के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर कर बताया था कि ट्वीट में किया गया दावा फर्जी है।

PIB ने भी गोखले के ट्वीट को बताया था फर्जी

दरअसल गोखले ने 1 दिसंबर 2022 को सुबह करीब साढ़े 8 बजे फर्जी ट्वीट किया था और उसी दिन शाम साढ़े सात बजे के आसपास PIB ने इसे फर्जी करार दिया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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