तृणमूल कॉन्ग्रेस ने आज (10 मार्च, 2024) लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल के अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। TMC ने पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषणा कर दी है। TMC ने क्रिकेटर यूसुफ पठान को बहरामपुर से टिकट दिया है।
TMC के सभी उम्मीदवारों में सबसे अधिक चौंकाने वाला नाम क्रिकेटर यूसुफ पठान का ही है। उन्हें जिस बहरामपुर सीट से टिकट दिया गया है, उस सीट से अभी कॉन्ग्रेस के अधीर रंजन चौधरी सांसद हैं। वह लोकसभा में कॉन्ग्रेस संसदीय दल के नेता भी हैं। युसूफ पठान के उतरने के बाद चौधरी की राह मुश्किल हो गई है।
TMC announces the names of 42 candidates for Lok Sabha elections.
— ANI (@ANI) March 10, 2024
Former cricketer Yusuf Pathan and party leader Mahua Moitra among the candidates. pic.twitter.com/vfmb7alfbx
यूसुफ पठान का बंगाल से सीधा कोई नाता नहीं है, वह गुजरात के रहने वाले हैं। हालाँकि, TMC ने बहरामपुर सीट से उन पर दाँव खेला है। अधीर रंजन चौधरी इस सीट से 1999 से लगातार सांसद हैं। वह इस सीट से लगातार 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 का चुनाव जीत चुके हैं। अधीर रंजन चौधरी स्वयं बहरामपुर के ही रहने वाले हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले INDI गठबंधन के अंतर्गत कॉन्ग्रेस और TMC में बंगाल में सीट समझौते की बातें सामने आई थीं। हालाँकि, ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ने वाली है। दूसरी तरफ अधीर रंजन चौधरी, जो कि बंगाल कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष भी हैं, ने भी TMC से गठबंधन को नकार दिया था।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चौधरी 2024 लोकसभा चुनाव भी इसी सीट से लड़ेंगे क्योंकि कॉन्ग्रेस ने बंगाल के लोकसभा उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। लेकिन TMC से गठबंधन नहीं होने के बाद उनका यहाँ से प्रत्याशी बनना तय माना जा रहा है।
उनके प्रत्याशी बनने की राह में TMC से गठबंधन एक रोड़ा था क्योंकि कहा जा रहा था कि यदि दोनों पार्टियाँ मिल कर चुनाव लड़ती हैं तो उनकी बहरामपुर सीट TMC के खाते में जा सकती है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि यहाँ TMC अपने उम्मीदवार यूसुफ पठान को लड़ाएगी।
चौधरी के लिए यह चुनाव जीतना अब काफी कठिन होगा क्योंकि एक तो यूसुफ पठान को एक प्रसिद्ध क्रिकेटर होने का फायदा मिलेगा और साथ ही यहाँ मुस्लिम आबादी भी बड़ी संख्या में है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सीट पर 52% मुस्लिम आबादी है, जिनके TMC के उम्मीदवार यूसुफ पठान के साथ जाने के कयास लग रहे हैं।
अधीर का ग्राफ भी चुनाव दर चुनाव गिरा है। 2009 लोकसभा चुनाव में जहाँ वह कुल वोटों का 56% वोट पाए थे वहीं 2014 में यह घट कर लगभग 50% रह गया। 2019 में इसमें और भी गिरावट आई और यह 45% के आसपास आ गया। उनसे हारने वाले TMC के उम्मीदवार अपूर्ब सरकार को 39% वोट मिले थे। यानी अधीर और अपूर्ब के बीच मात्र 6% का अंतर था।
2019 के चुनाव में भाजपा ने भी यहाँ 11% वोट हासिल किए थे। भाजपा यहाँ अधीर के वोटबैंक में सेंध लगा सकती है। भाजपा ने इस बार यहाँ से निर्मल कुमार साहा को उम्मीदवार बनाया है। अगर भाजपा अधीर के वोटबैंक में सेंध लगाने में सफल होती है और चुनाव त्रिकोणीय हो जाता है तो अधीर को समस्या हो सकती है।
TMC की सूची में महुआ मोइत्रा का नाम भी शामिल है। वह कृष्णानगर से चुनाव लड़ेंगी। उन्हें दिसम्बर 2023 में लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। उन पर पैसे और गिफ्ट लेकर प्रश्न पूछने का आरोप सिद्ध हुआ था। इसके अलावा शत्रुघन सिन्हा को पार्टी ने आसनसोल से उम्मीदवार बनाया है।